बीते दिनों पुणे में एक 26 वर्षीय चार्टर्ड अकाउंटेंट की मौत से हंगामा मच गया। इस घटना ने देशभर में वर्क प्रेशर, मेंटल हेल्थ और वर्क लाइफ बैलेंस पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए । युवती की गुस्साई मां ने आरोप लगाया कि उसकी बेटी पर अत्यधिक वर्क प्रेशर डाला जा रहा था, जिस वजह से उसकी मानसिक और शारीरिक सेहत पर बुरा असर पड़ा। इस घटना के बाद वर्क प्रेशर को लेकर नेटिजेंस ने एक नई बहस छेड़ दी है। आइए जानते हैं वर्क प्रेशर और इसके पीछे उठने वाले कारणों के बारे में। साथ ही यह भी जानने की कोशिश करेंगे कि काम के साथ कैसे सामंजस्य बैठाते हुए हम वर्क प्रेशर जैसी स्थिति को दूर कर सकते हैं।
वर्क प्रेशर क्या है?
वर्क प्रेशर एक सामान्य अनुभव है, जिसे हर कर्मचारी महसूस करता है। यह वह आवश्यकता है जो आपको एक निश्चित समय सीमा के भीतर काम को पूरा करने के लिए प्रेरित करती है। हालांकि यह दबाव अक्सर सकारात्मक परिणाम दे सकता है, जैसे बेहतर प्रदर्शन और समय पर काम की पूरा करना। अगर इसे सही तरीके से मैनेज न किया जाए तो यह यह नकारात्मक प्रभाव डालता है।
दो तरह का होता है वर्क प्रेशर
- इंटरनल प्रेशर- यह तब उत्पन्न होता है जब आप खुद से ऊंची अपेक्षाएँ रखते हैं, जैसे कि किसी विशेष कार्य में उत्कृष्टता प्राप्त करना।
- एक्सटरनल प्रेशर- यह दूसरों द्वारा दिया गया प्रेशर है, जैसे कि आपके मैनेजमेंट द्वारा समय सीमा के भीतर काम पूरा करने की अपेक्षा। कभी-कभी ये प्रेशर अनुचित भी हो सकते हैं, जैसे क्षमता से अधिक काम देना या काम को लेकर फिजूल डिमांड रखना।
वर्क प्रेशर कई परिस्थितियों से उत्पन्न होता है। समय सीमा के भीतर काम पूरा करने की आवश्यकता, मैनेजमेंट की अत्यधिक अपेक्षाएं, स्टाफ की कमी के कारण अतिरिक्त काम करना और अचानक उत्पन्न होने वाले आपातकालीन कार्य करना आदि इसके उदाहरण हैं।
वर्क प्रेशर को कैसे करें मैनेज
- वर्क प्रेशर को सफलतापूर्वक प्रबंधित करने के कई तरीके हैं। सबसे पहले, आपको यह पहचानना चाहिए कि प्रेशर का कारण क्या है।
- आप एक जर्नल में अपने दैनिक कार्यों और प्रतिक्रियाओं को रिकॉर्ड करिए। यह प्रेशर दबाव के स्रोतों की पहचान करने में मदद कर सकता है।
- इसके अलावा, आपको अपनी प्राथमिकताओं को सही तरीके से सेट करना चाहिए।
- बड़े और जटिल कामों को छोटे हिस्सों में बांटना और पहले सरल कार्यों को पूरा करना आपको तनाव से बचा सकता है।
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाना भी वर्क प्रेशर को मैनेज करने का एक महत्वपूर्ण उपाय है। स्वस्थ भोजन, पर्याप्त नींद और नियमित व्यायाम आपके शरीर और मस्तिष्क को प्रेशर का सामना करने में मदद कर सकते हैं।
- अपनी काम करने की सीमाएँ निर्धारित करना भी आवश्यक है।
- काम और व्यक्तिगत जीवन के बीच संतुलन बनाना और जरूरत पड़ने पर ‘ना’ कहना आपको अतिरिक्त प्रेशर से बचा सकता है।
- अगर आप अपने प्रेशर को खुद से कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं, तो किसी की सहायता लेनी जरूरी है।
- अपने मैनेजर से बात करना और अपने सहयोगियों की मदद लेना फायदेमंद हो सकता है।
- कुछ संस्थाएं विशेष कोच या इससे जुड़े पेशेवर भी नियुक्त करती हैं जो आपको दबाव से निपटने के लिए उचित सलाह दे सकते हैं।