
नरसिंहपुर। प्रदेश से कई प्रतिभाएं राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बना रही हैं। हाल ही में, नरसिंहपुर जिले के सालीचौका नगर की होनहार बेटी प्रियांशी कठर ने इसी कड़ी में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए चार चांद लगाए। प्रियांशी कठर भारत के सबसे मशहूर टीवी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के मंच तक पहुंचने में कामयाब रहीं। उनकी इस उपलब्धि से प्रियांशी का परिवार और पूरा जिला बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
फास्टेस्ट फिंगर फस्ट तक पहुंचीं प्रियांशी
बता दें, प्रियांशी ‘फास्टेस्ट फिंगर फस्ट’ राउंड तक पहुंचने में कामयाब रही थीं। यह हॉट सीट पर पहुंचने के तमाम पड़ावों में से आखिरी होता है। केबीसी में होस्ट अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट तक पहुंचने से पहले बहुत से पड़ावों से गुजरना होता है। हॉट सीट पर पहुंचने के ठीक पहले फास्टेस्ट फिंगर फस्ट राउंड होता है, जिसके तहत सबसे कम समय में सही जवाब देने वाले कंटेस्टेंट को केबीसी खेलने का सुनहरा मौका मिलता है। केबीसी का यह एपिसोड 11 नवंबर को सोनी टीवी पर प्रसारित किया गया। प्रियांशी क्रेयॉन इंटरनेशनल स्कूल गाडरवारा में 8वीं की छात्रा हैं।
स्कूल ने किया सम्मानित
11 नवंबर को एपिसोड के प्रसारण के बाद क्रेयॉन इंटरनेशनल स्कूल ने उनको सम्मानित करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रियांशी की इस उपलब्धि को सम्मान देने के साथ ही साथ मौजूद सभी बच्चों को मोटिवेट करना था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गाडरवारा एसडीएम कलावती ब्यारे उपस्थित रहीं।
चार सालों से मेहनत कर रही थी प्रियांशी
प्रियांशी के पिता राकेश कठर ने कहा कि वो पिछले चार सालों से केबीसी में जाने के लिए मेहनत कर रही थी। इस बार वो अपनी मेहनत और ज्ञान की बदौलत फास्टेस्ट फिंगर फस्ट राउंड तक पहुंचने में कामयाब रही। इसके साथ ही उन्होंने जनता को जागरूक करते हुए कहा कि केबीसी में चुने जाने के नाम पर ठगों से सावधान रहे। यह एक पारदर्शी प्रक्रिया है और इसके लिए किसी भी तरह के पैसे नहीं लिए जाते।
बिग बी ने बढ़ाया हौसला
प्रियांशी ने बताया कि हॉट सीट पर न पहुंच पाने के बाद भी अमिताभ बच्चन ने उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने प्रियांशी को फिर से प्रयास करने के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही उन्होंने प्रियांशी को ऑटोग्राफ, सर्टिफिकेट और गोल्ड मेडल से नवाजा। प्रियांशी एक और प्रयास करने को लेकर आश्वस्त हैं।
जहां चाह, वहां राह- एसडीएम कलावती ब्यारे
सम्मान समारोह में बतौर अतिथि शामिल हुईं एसडीएम कलावती ब्यारे ने कहा कि प्रियांशी की यह उपलब्धि बहुत खास है और बहुत सी लड़कियों और ग्रामीण या कस्बाई बच्चों के लिए एक आशा की किरण भी है कि जहां चाह है, वहां राह है। अगर कुछ करने का जज्बा है तो जगह की महत्ता नहीं है, बल्कि आपकी मेहनत और लगन जरूरी है। प्रियांशी ने यह साबित भी किया है।
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