
पत्रकारिता में तेजी से बदलाव हो रहा है। माध्यम बदल रहे हैं। नई-नई तकनीक भी आई है। लेकिन इस सबके बाद भी मुद्रित माध्यम की महत्ता और लोक प्रियता में कोई कमी नहीं आई और न ही आएगी। मुद्रित माध्यम बरगद के वृक्ष की तरह है। बदलते दौर में पत्रकारों के ऊपर यह दायित्व है कि वह समाज को सही दिशा देने में सहभागी बने। यह बात मप्र विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सप्रे संग्रहालय में आयोजित सम्मान समारोह में कही। सोमवार को माधवराव समाचार पत्र संग्रहालय के 40वें स्थापना दिवस और सम्मान में वे बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। समारोह की अध्यक्षता मप्र और छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा कर रहे थे। जबकि वरिष्ठ संपादक महेश श्रीवास्तव सारस्वत अतिथि के रूप में उपस्थित थे। संग्रहालय के संस्थापक निदेशक विजयदत्त श्रीधर ने कहा कि प्रतिभाओं का सम्मान समाज का दायित्व है। इससे उन्हें और बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है।
इनका हुआ सम्मान
समारोह में पत्रकारिता और जनसंचार की ग्यारह विभूतियों को सम्मानित किया गया। इसमें पीपुल्स समाचार की प्रीति जैन को रामेश्वर गुरु पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र शर्मा , प्राध्यापक डॉ. सोनाली नरगुंदे, राज्यपाल के प्रेस अधिकारी अजय वर्मा , पत्रकार हरेकृष्ण दुबोलिया, जितेन्द्र चौरसिया, गुरेन्द्र अग्निहोत्री, अनूप सक्सेना, संदीप तिवारी अंजलि राय और आशीष शुक्ल को भी सम्मानित किया गया। लखनऊ विवि के विभागाध्यक्ष पवन अग्रवाल को विशेष सम्मान प्रदान किया गया।