जबलपुरमध्य प्रदेश

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पेसा एक्ट लागू किया, CM शिवराज ने कहा- MP में धर्मांतरण का कुचक्र नहीं चलेगा

राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू पहली बार मध्य प्रदेश दौरे पर हैं। राष्ट्रपति ने शहडोल में जनजातीय गौरव दिवस समारोह के मंच से नियमावली का विमोचन कर पेसा एक्ट लागू किया। पेसा लागू करने वाला मध्यप्रदेश देश का 7वां राज्य बन गया है।

राष्ट्रपति सबसे पहले जबलपुर एयरपोर्ट आईं, फिर वहां से शहडोल पहुंचीं। जबलपुर एयरपोर्ट पर राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति बोलीं- मुझे भगवान मुंडा के गांव जाने का सौभाग्य मिला

जनजातीय गौरव दिवस की बधाई देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मुझे यहां से पहले भगवान मुंडा के गांव जाने का सौभाग्य मिला। उनकी जयंती पर उनकी प्रतिमा का दर्शन कर मैं भाग्यशाली महसूस कर रही हूं। राष्ट्रपति के रूप में मध्यप्रदेश की पहली यात्रा में इतनी बड़ी संख्या में भाई-बहनों को देखकर मैं बहुत खुश हूं। यहां ज्यादातर लोग हमारी जनजातीय समुदाय के हैं। यह मेरे प्रति उनके विशेष स्नेह और उत्साह का परिचय देता है।

एमपी में सबसे अधिक जनजातीय आबादी रहती है : राष्ट्रपति

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देश में जनजातीय आबादी की संख्या 10 करोड़ है, डेढ़ करोड़ से अधिक मध्य प्रदेश में है। यह किसी भी राज्य में सबसे अधिक जनजातीय आबादी है। जनजातीय समुदाय के विद्यार्थियों को आज सम्मानित किया गया है। उन्हें देखकर उम्मीद करती हूं कि आने वाला समय और अधिक उज्जवल होगा। मध्यप्रदेश में पेसा कानून के विस्तार से जुड़ी नियम पुस्तिका का विमोचन हुआ है। जनजातीय समुदायों के सशक्तिकरण के लिए इन नियमों का उपयोग किया जाएगा।

राज्यपाल ने कहा- सभी लोगों को सहयोग देना होगा

सभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम में राष्ट्रपति जी के आगमन से हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में पहले गौरव दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए थे। दूसरे गौरव दिवस पर राष्ट्रपति की मौजूदगी ने इस दिन को खास बना दिया है। मध्य प्रदेश में पेसा कानून के नियमों का अमल होगा। इसमें सभी लोगों को सहयोग देना होगा। इन नियमों के लागू होने से ग्रामसभा बहुत अधिक शक्तिशाली हो गई है।

शहडोल में पहली बार कोई राष्ट्रपति आया है : सीएम

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू जी पहली बार मध्य प्रदेश आई हैं। शहडोल में तो पहली बार कोई राष्ट्रपति आया है। दूर-दूर तक जनसमुदाय दिख रहा है। जनजातीय समाज से हमारी तपस्वी बहन हमारे भारत की राष्ट्रपति है। नरेंद्र मोदी अद्भुत नेता हैं। उनके नेतृत्व में गौरवशाली-वैभवशाली भारत का निर्माण हो रहा है। आज से नए पेसा के नियम लागू किए जा रहे हैं। ये पेसा कानून किसी के खिलाफ नहीं है। ये कानून शहरों में नहीं, गांवों में लागू होगा। सामाजिक समरसता के साथ ये कानून हम लागू कर रहे हैं।

जमीनों में हेर-फेर न हो : सीएम

सीएम शिवराज ने कहा- पेसा कानून के तहत हमने जो नियम बनाए हैं, उसमें जल, जंगल और जमीन का अधिकार आपको दिया जा रहा है। हर साल गांव की जमीन, उसका नक्शा, वनक्षेत्र का नक्शा, खसरे की नकल, पटवारी को या बीट गार्ड को गांव में लाकर ग्रामसभा को दिखानी होगी। ताकि जमीनों में हेर-फेर न हो। नामों में गलती है तो यह ग्रामसभा को उसे ठीक कराने का अधिकार होगा। किसी भी प्रोजेक्ट, बांध या किसी काम के लिए हमारे गांव की जमीन ली जाती है, लेकिन अब ग्राम सभा की अनुमति के बिना ऐसा नहीं हो सकेगा। पेसा कानून के जरिये ग्रामसभाओं को और अधिक अधिकार मिले हैं।

धर्मांतरण का कुचक्र नहीं होने देंगे : सीएम

बिना ग्रामसभा की सहमति के बगैर जमीन नहीं ली जाएगी। कई लोग छल-कपट, लोभ लालच से आदिवासी बिटिया से शादी कर लेते हैं और जमीन अपने नाम करा लेते हैं। धर्मांतरण का कुचक्र मध्य प्रदेश की धरती पर नहीं चलने देंगे। ग्रामसभा इसमें हस्तक्षेप करेगी। ऐसा होने पर जमीन वापस दिलवाई जाएगी, छल-कपट से कोई जमीन नहीं ली जा सकेगी। रेत की खदान पट्टा देने का काम भी ग्रामसभा तय करेगी।

ग्रामसभा त्यौहार के दिन ड्राई डे घोषित कर सकेगी

सीएम शिवराज ने कहा कि शराब दुकान ग्राम सभा की अनुमति के बगैर नहीं खुलेगी। 45 दिन तक अनुमति नहीं दी तो माना जाएगा कि अनुमति नहीं दी है। भगवान बिरसा मुंडा ने कहा था कि नशा नाश की जड़ है। हमें इस बुराई से दूर रहने की कोशिश करना चाहिए। कोई शराब की दुकान स्कूल, अस्पताल या धार्मिक स्थल के पास है तो उसे हटाने का अधिकार ग्रामसभा को होगा। यदि ग्राम सभा चाहे तो किसी त्यौहार के दिन ड्राई डे घोषित कर सकेगी।

छोटे-मोटे विवादों का निपटारा ग्राम सभा में होगा

सीएम ने कहा कि सार्वजनिक स्थल पर कोई शराब पियेगा तो ग्रामसभा उस पर प्रतिबंध लगा सकती है। नशे की लत को हतोत्साहित करने के लिए अनुशंसा भी ग्रामसभा कर सकेगी। छोटे-मोटे विवादों का निपटारा ग्रामसभा में ही हो जाएगा। शांति और विवाद निवारण समिति बनेगी। पुलिस में रिपोर्ट नहीं होगी। हम शांति और प्रेम से रहेंगे। बुजुर्ग विवाद निपटा देंगे। थाने में एफआईआर होगी तो थाने को इसकी सूचना ग्रामसभा को देनी होगी। झूठी एफआईआर नहीं चलेगी।

20 नवंबर से यात्राएं होंगी शुरू

सीएम शिवराज ने कहा कि पेसा कोऑर्डिनेटर बनाए जाएंगे। इस कानून के बारे में जनता को जागरुक करने के लिए यात्राएं निकाली जाएंगी। 20 नवंबर को यात्राएं शुरू होंगी। चार दिसंबर को टंट्या मामा की जयंती पर इंदौर में यह यात्राएं मिलेंगी। वहां फिर बड़ा कार्यक्रम होगा। हमारे बेटे-बेटी डॉक्टर और इंजीनियर बनेंगे। यह किसी के खिलाफ नहीं है। यह कानून शहरों में लागू नहीं होगा। संकल्प करें कि हम सभी को पेसा कानून के नियमों की जानकारी देंगे।

सहरिया जनजाति का नृत्य प्रस्तुत

शहडोल में जनजातीय गौरव दिवस समारोह की शुरुआत मंत्री मीना सिंह ने स्वागत भाषण से की। जनजातीय गौरव समारोह के मंच पर राष्ट्रपति का पारंपरिक मुकुट पहनाते हुए स्वागत किया गया। आदिवासी कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य किया। इसके बाद पेसा कानून की नियमावली को सार्वजनिक कर राष्ट्रपति ने उसके मध्यप्रदेश में लागू होने की घोषणा की। कार्यक्रम को केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते और अर्जुन मुंडा ने भी संबोधित किया।

पेसा लागू, मप्र बना देश का सातवां राज्य

मध्य प्रदेश देश का सातवां राज्य है, जहां पेसा अधिनियम लागू किया गया है। इससे पहले छह राज्यों (हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र) ने पेसा कानून बनाए हैं। पेसा एक्ट का संबंध मध्य प्रदेश से ही ज्यादा रहा है। मध्य प्रदेश के झाबुआ से सांसद रहे दिलीप सिंह भूरिया की अध्यक्षता में बना गई समिति की अनुशंसा पर यह कानून बनाया गया था। 24 दिसंबर 1996 को पेसा कानून देश में लागू हुआ था।

चित्र प्रदर्शनी का किया अवलोकन

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लालपुर, शहडोल में आयोजित ‘जनजातीय गौरव दिवस’ कार्यक्रम में जनजातीय विकास गाथा को दर्शाती चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

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