
प्रयागराज। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को महाकुंभ पहुंच गए हैं। यहां उन्होंने मंत्रोच्चारण के बीच त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। इस दौरान उन्होंने भगवा रंग के वस्त्र और हाथ-गले में रुद्राक्ष की माला पहन रखी थी। संगम में स्नान के बाद पीएम मोदी ने सूर्य को अर्घ्य दिया। उनके साथ सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद हैं।
संगम में स्नान के बाद पीएम मोदी ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में आज पवित्र संगम में स्नान के बाद पूजा-अर्चना का परम सौभाग्य मिला।
मां गंगा का आशीर्वाद पाकर मन को असीम शांति और संतोष मिला है। उनसे समस्त देशवासियों की सुख-समृद्धि, आरोग्य और कल्याण की कामना की। हर-हर गंगे!
पीएम मोदी ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में आकर धन्य हुआ। संगम पर स्नान दिव्य जुड़ाव का एक क्षण है और इसमें भाग लेने वाले करोड़ों अन्य लोगों की तरह, मैं भी भक्ति की भावना से भर गया था। मां गंगा सभी को शांति, ज्ञान, अच्छे स्वास्थ्य और सद्भाव का आशीर्वाद दें।
PM मोदी ने 5 फरवरी की तारीख ही क्यों चुनी?
हिंदू पंचांग की मानें तो 5 फरवरी माघ मास की गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि है, जिसे धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन तप, ध्यान और साधना को बेहद फलदायी माना गया है। मान्यता है कि इस दिन जो लोग तप, ध्यान और स्नान करते हैं उनके सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, महाभारत के दौरान भीष्म पितामह को बाणों की शय्या पर लेटे हुए सूर्य के उत्तरायण होने और शुक्ल पक्ष की प्रतीक्षा की थी। माघ मास की अष्टमी तिथि पर उन्होंने श्रीकृष्ण की उपस्थिति में अपने प्राण त्यागे, जिसके बाद उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हुई।
पीएम मोदी का मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम
- पीएम मोदी सुबह 10 बजे प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया प्रधानमंत्री का स्वागत।
- 10.30 बजे डीपीएस हेलीपैड प्रयागराज पहुंचे।
- करीब 10 बजकर 45 मिनट पर पीएम मोदी और सीएम योगी अरैल घाट पहुंचे।
- अरैल घाट पर खास बोट से पीएम संगम में स्नान के लिए हुए रवाना।
- सुबह 11 बजे पीएम मोदी ने पवित्र संगम में स्नान किया। इसके बाद संगम घाट पर आरती भी करेंगे।
- फिर नाव से 11.45 तक अरैल घाट पहुंचेंगे, यहां से डीपीएस हेलीपैड जाएंगे।
- प्रधानमंत्री इस बीच सीएम योगी के साथ महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर भी चर्चा करेंगे।
- दोपहर करीब 12.30 बजे मोदी वायुसेना के विमान से प्रयागराज से लौट आएंगे। प्रधानमंत्री का संगम दौरा करीब डेढ़ से 2 घंटे का रहेगा।
महाकुंभ अमृत स्नान तिथियां
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- मकर संक्रांति – 14 जनवरी 2025 के दिन पहला अमृत स्नान हो चुका।
- मौनी अमावस्या – 29 जनवरी 2025 के दिन दूसरा अमृत स्नान होगा।
- बसंत पंचमी – 3 फरवरी 2025 के दिन तीसरा अमृत स्नान होगा।
- माघ पूर्णिमा – 12 फरवरी 2025 के दिन चौथा अमृत स्नान होगा।
- महाशिवरात्रि – 26 फरवरी 2025 के दिन आखिरी अमृत स्नान होगा।