
प्रयागराज। संगम नगरी प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ का आज 17वां दिन है। मौनी अमावस्या पर दूसरा अमृत स्नान जारी है। महाकुंभ मेले में भगदड़ जैसी घटना होने के बावजूद श्रद्धालुओं का आना जारी है और मेला प्रशासन के मुताबिक, बुधवार को मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर सुबह 8 बजे तक 2.78 करोड़ लोगों ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई।
करीब 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद
मेला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, मौनी अमावस्या पर सुबह 8 बजे तक 10 लाख से अधिक कल्पवासियों समेत कुल 2.78 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में स्नान किया। मेला प्रशासन के मुताबिक, 13 जनवरी को शुरू हुए महाकुंभ मेले में अभी तक 19.94 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। महाकुंभ मेले और प्रयागराज शहर में इस समय करीब 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद हैं। प्रशासन की कोशिश है कि आसपास के घाटों पर स्नान करके श्रद्धालुओं को वापस किया जाए।
अखाड़ों की झांकी नहीं निकलेगी
जानकारी के मुताबिक, 11 बजे तीन शंकराचार्य, नागा साधु और अखाड़ों के महामंडलेश्वर अमृत स्नान करने जाएंगे। भोर में अखाड़ों के साधु-संत अमृत स्नान के लिए निकले थे। इस बीच, भगदड़ के बाद संगम पर हालात बेकाबू हो गए। प्रशासन ने तुरंत अखाड़ों से अपील की- स्नान के लिए न जाएं। इसके बाद अखाड़े के साधु-संत शिविर में लौट आए। साधु-संतों ने बैठक की। पहले तय हुआ कि अखाड़ों के साधु-संत मौनी अमावस्या पर स्नान नहीं करेंगे। अब स्थिति सामान्य है, तो अखाड़े फिर से संगम में डुबकी लगाने जाएंगे। वहीं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पूरी ने बताया, ‘अमृत स्नान करेंगे। कोई बड़ा जुलूस नहीं निकालेंगे।’
चंद्रशेखर आजाद पार्क का गेट भी खोला
एक अधिकारी ने बताया कि मेला क्षेत्र में भारी संख्या में लोगों का आना जारी है और जिला प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए चंद्रशेखर आजाद पार्क का गेट भी खोल दिया है, ताकि लोग सड़क के बजाय पार्क में बैठें। बुधवार को तड़के संगम नोज पर भगदड़ जैसी स्थिति बनने से कई लोग घायल हो गए जिन्हें मेला क्षेत्र में बने अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि अधिक भीड़ के कारण भगदड़ जैसी घटना होने की वजह से अखाड़ों ने सुबह अमृत स्नान टाल दिया था, लेकिन भीड़ कम होने पर अखाड़ों के साधु संत अमृत स्नान करेंगे। इस संबंध में मेला प्रशासन से बातचीत चल रही है।
मकर संक्रांति पर 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया था स्नान
गौरतलब है कि महाकुम्भ में मकर संक्रांति स्नान पर्व पर साढ़े 3 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई थी। वहीं, मौनी अमावस्या पर 8 से 10 करोड़ लोगों के आगमन का अनुमान है। इस बीच मौनी अमावस्या पर जनसैलाब के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए हैं। चप्पे चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। ड्रोन और सीसीटीवी के जरिए भीड़ की निगरानी की जा रही है।
महाकुंभ अमृत स्नान तिथियां
- मकर संक्रांति – 14 जनवरी 2025 के दिन पहला अमृत स्नान हो चुका।
- मौनी अमावस्या – 29 जनवरी 2025 के दिन दूसरा अमृत स्नान होगा।
- बसंत पंचमी – 3 फरवरी 2025 के दिन तीसरा अमृत स्नान होगा।
- माघ पूर्णिमा – 12 फरवरी 2025 के दिन चौथा अमृत स्नान होगा।
- महाशिवरात्रि – 26 फरवरी 2025 के दिन आखिरी अमृत स्नान होगा।