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Mahakumbh 2025 : महाकुंभ के लिए अभेद्य सुरक्षा कवच तैयार, AI सीसीटीवी और खुफिया एजेंसियों की निगरानी में हर कोना

प्रयागराज। देश और दुनिया से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए महाकुंभ मेला 2025 एक दिव्य और भव्य आयोजन बनने जा रहा है। महाकुंभ मेला अभेद्य सुरक्षा कवच में रहेगा। इस विशाल आयोजन को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन ने अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम किए हैं। सीसीटीवी और खुफिया एजेंसियों की निगरानी में हर कोना सुरक्षित है। यहां तक कि मेले में परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा।

AI आधारित सीसीटीवी निगरानी

  • 2,700 से अधिक एआई-आधारित सीसीटीवी कैमरे मेले के हर कोने पर नजर रखेंगे।
  • ये कैमरे संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत कंट्रोल रूम को देंगे।
  • 80 वीएमडी (वीडियो मॉनिटरिंग डिस्प्ले) स्क्रीन के जरिए पूरे मेले पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
  • 37,000 पुलिसकर्मी और 14,000 होमगार्ड तैनात किए गए हैं।
  • एनएसजी, एटीएस, एसटीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियां चौकसी बरत रही हैं।
  • 123 वॉच टावरों का निर्माण किया गया है, जहां स्नाइपर, एनएसजी और पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।
  • वॉच टावर आधुनिक हथियारों और दूरबीनों से लैस हैं, जिससे पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी की जा सके।

वॉच टावर पर अत्याधुनिक हथियारों से लैस सुरक्षाकर्मी

अधिकृत सूत्रो ने गुरुवार को बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में अब तक 123 वॉच टावर बनाए गए हैं, जहां स्नाइपर, एनएसजी, एटीएस और सिविल पुलिस के जवान तैनात हैं। वॉच टावरों को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि इनसे दूरबीन की मदद से पूरे क्षेत्र की निगरानी की जा सके। हर वॉच टावर पर अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं। सभी वॉच टावरों को ऊंचाई और रणनीतिक स्थानों पर स्थापित किया गया है ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो। पुलिस के साथ जल पुलिस और फायर ब्रिगेड भी पूरी तरह मुस्तैद हैं।

45 करोड़ श्रद्धालुओं की संभावना

महाकुंभ मेले के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि महाकुंभ में देश-विदेश से करीब 45 करोड़ श्रद्धालु, स्नानार्थी, कल्पवासी और पर्यटक आने की संभावना है। ऐसे में उनकी सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। प्रवेश के सात मुख्य मार्गों पर भी सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। अखाड़ा क्षेत्र, बड़े हनुमान मंदिर, परेड मैदान, वीआईपी घाट, अरैल, झूसी, और सलोरी जैसे संवेदनशील स्थानों पर विशेष वॉच टावर बनाए गए हैं। यहां तैनात जवान आधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस हैं।

2,750 आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आधारित सीसीटीवी कैमरे और 80 वीएमडी स्क्रीन मेले की हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। तीन जल पुलिस स्टेशन और 18 जल पुलिस कंट्रोल रूम तैनात किये गये हैं। 50 फायर स्टेशन और 20 फायर पोस्ट बनाए गए हैं। 4,300 फायर हाइड्रेंट किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।

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