राष्ट्रीय

Indian Navy Day: नौसेना दिवस पर राष्ट्रपति ने दी बधाई, PM बोले- हमें अनुकरणीय योगदान पर गर्व है; जानिए क्या है ऑपरेशन ट्राइडेंट

नई दिल्ली। देश में हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। इस दिन भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध को याद किया जाता है और इसे भारतीय नौसेना की अविस्मरणीय जीत के जश्न के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय नौसेना कर्मियों को नौसेना दिवस की बधाई दी है।

आपकी सेवा के लिए आभारीः राष्ट्रपति कोविंद

राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट कर कहा, ”नौसेना दिवस पर, सभी नौसेना कर्मियों, पूर्व नौसैनिकों और उनके परिवारों को बधाई। समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा करने और समुद्र में हमारे हितों की रक्षा करने के अलावा, हमारी नौसेना ने कोविड-19 संबंधित संकटों से निपटने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारतीय आपकी सेवा के लिए आभारी हैं।”

पीएम ने बधाई संदेश में क्या कहा

नौसेना दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौसेना कर्मियों और पूर्व कर्मियों को अपने बधाई संदेश में कहा, ”नौसेना दिवस की बधाई। हमें भारतीय नौसेना के अनुकरणीय योगदान पर गर्व है। प्राकृतिक आपदाओं जैसे संकट की स्थिति को कम करने में हमारे नौसेना के जवान हमेशा सबसे आगे रहे हैं।”

‘नौसेना बल पर गर्व’- गृहमंत्री

अमित शाह ने कहा, ”नौसेना दिवस के विशेष अवसर पर हमारे बहादुर भारतीय नौसेना कर्मियों और उनके परिवारों को बधाई। भारत के समुद्री हितों को सुरक्षित रखने और नागरिक आपात स्थितियों के दौरान देशवासियों की मदद करने की उनकी प्रतिबद्धता के लिए राष्ट्र को हमारे बहादुर नौसेना बल पर गर्व है।”

इसलिए मनाया जाता है नेवी डे

  • 1971 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में भारतीय नौसेना ने कराची पर हमला किया था। इस ऑपरेशन का नाम ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’था, जो 04 दिसंबर को ही शुरू हुआ था। इसी वजह से भारतीय नौसेना इस मिशन की कामयाबी को नेवी डे के रूप में मनाती है।
  • दरअसल, 3 दिसंबर को 1971 पाकिस्तान ने भारतीय हवाई क्षेत्र और सीमावर्ती क्षेत्र में अटैक किया था। उनको जवाब देने के लिए नौसेना की ओर से यह ऑपरेशन चलाया गया। इसे कराची में स्थित पाकिस्तानी नौसेना के मुख्यालय को निशाने पर लेकर शुरू किया गया।
  • भारत ने पाकिस्तान पर रात के समय हमला करने की योजना बनाई, क्योंकि पाकिस्तान के पास ऐसे विमान नहीं थे, जो रात के समय बमबारी कर सकें।
  • भारती की ओर से किए गए इस हमले में 3 विद्युत क्लास मिसाइल बोट, 2 एंटी-सबमरीन और एक टैंकर शामिल था।
  • इस युद्ध में पाकिस्तान के 5 नौसेनिक मारे गए और 700 से अधिक घायल हो गए थे।

ये भी पढ़ें- PM मोदी का चुनावी शंखनाद: आज देहरादून दौरे पर रहेंगे, उत्तराखंड को देंगे 18 हजार करोड़ की सौगात

संबंधित खबरें...

Back to top button