रांची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची में रविवार को डिजिटल माध्मय से झारखंड, ओडिशा, बिहार और उत्तर प्रदेश के लिए 6 वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री का टाटानगर से इन ट्रेन को हरी झंडी दिखाने का कार्यक्रम था, लेकिन कम दृश्यता और खराब मौसम की वजह से उनका हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार टाटानगर स्टेशन पर उपस्थित थे।
इन मार्गों पर चलेंगी ट्रेनें
ये नई ट्रेन टाटानगर-पटना, ब्रह्मपुर-टाटानगर, राउरकेला-हावड़ा, देवघर-वाराणसी, भागलपुर-हावड़ा और गया-हावड़ा मार्गों पर चलेंगी। यानी आज की 6 वंदे भारत ट्रेनें बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के यात्रियों के सफर को आसान बनाएंगी। पहली वंदे भारत ट्रेन 15 फरवरी, 2019 को शुरू की गई थी। यह ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की क्षमता रखती हैं।
आदिवासियों, गरीबों, युवाओं, महिलाओं का विकास करना केंद्र की प्राथमिकता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि आदिवासियों, गरीबों, दलितों, महिलाओं और युवाओं का विकास करना केंद्र की प्राथमिकता है और उनके लाभ के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं। मोदी ने कहा कि विकास के मामले में पीछे रहा झारखंड इन परियोजनाओं के शुरू होने से तेजी से प्रगति करेगा।
मोदी ने छह वंदे भारत ट्रेन और कई परियोजनाओं की शुरुआत के लिए टाटानगर में एकत्र लोगों को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा, ‘‘झारखंड विकास में पिछड़ रहा था, लेकिन अब कई परियोजनाएं इसे प्रगति की ओर अग्रसर करेंगी। अब केंद्र की प्राथमिकता आदिवासियों, गरीबों, युवाओं, महिलाओं और दलितों का विकास करना है।” प्रधानमंत्री ने टाटानगर न पहुंच पाने के लिए लोगों से माफी मांगते हुए कहा, ‘‘मेरा हेलीकॉप्टर खराब मौसम के कारण रांची से उड़ान नहीं भर सका।”
आवागमन के समय को कम करने में करेंगी मदद
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि ये ट्रेन आवागमन के समय को कम करने में मदद करेंगी। इन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से नियमित यात्रियों, पेशेवरों, व्यापारियों और छात्र समुदायों को लाभ होगा। ये रेलगाड़ियां देवघर (झारखंड) में बैद्यनाथ धाम, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में काशी विश्वनाथ मंदिर, कालीघाट, कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में बेलूर मठ जैसे तीर्थ स्थलों तक आवागमन का समय कम करके क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद करेंगी। बयान में कहा गया है कि इससे धनबाद में कोयला और खान उद्योग, कोलकाता में जूट उद्योग, दुर्गापुर में लोहा और इस्पात से जुड़े क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा।
पीएम ने 660 करोड़ की परियोजनाएं शुरू
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को झारखंड के रांची से 660 करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाओं की डिजिटल माध्यम से शुरुआत की। मोदी ने देवघर जिले में मधुपुर बाइपास लाइन और ‘हजारीबाग टाउन कोचिंग डिपो’ की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री मोदी ने कुरकुरा-कनारोन दोहरीकरण परियोजना भी राष्ट्र को समर्पित की जो बंडामुंडा-रांची एकल लाइन खंड और रांची, मुरी एवं चंद्रपुरा स्टेशन के माध्यम से गुजरने वाले राउरकेला-गोमोह मार्ग का हिस्सा है।