ताजा खबरराष्ट्रीय

असम : PM मोदी ने किया मां कामाख्या मंदिर कॉरिडोर का शिलान्यास, 500 करोड़ खर्च कर महाकाल और काशी की तर्ज पर संवारा जाएगा परिसर

गुवाहाटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गुवाहाटी के वेटरनरी कॉलेज से मां कामाख्या मंदिर कॉरिडोर का शिलान्यास किया, इसके अलावा मोदी ने 11 हजार 600 करोड़ रुपए के कई अन्य प्रोजेक्ट्स का भी भूमिपूजन और लोकार्पण किया। मोदी ने दावा किया कि मां कामाख्या देवी के विश्व प्रसिद्ध मंदिर को उज्जैन के महाकाल लोक और बनारस के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर करीब 500 करोड़ रुपए खर्च कर डेवलप किया जाएगा। इस मौके पर पीएम ने कहा कि अयोध्या में 22 जनवरी को श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मैं मां कामाख्या के द्वार पर आया हूं।

16 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट जनता को किए समर्पित

इस दौरान पीएम ने नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में 16 हजार करोड़ से ज्यादा के प्रोजेक्ट्स जनता को समर्पित किए। मोदी ने विश्वनाथ चरियाली से गोहपुर तक 1,451 करोड़ रुपए की लागत वाली चार लेन की रोड, दोलाबाड़ी से जमुगुड़ी तक 592 करोड़ रुपए की लागत से बनी एक अन्य फोरलेन सड़क का भी उद्घाटन किया। इसके साथ ही पीएम ने करीमगंज मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की आधारशिला भी रखी जो 500 करोड़ की लागत बनाया जाएगा।

BJP का नॉर्थ-ईस्ट के विकास पर जोर

पीएम मोदी ने कहा कि आज देश में नॉर्थ ईस्ट में विकास की नई इबारत लिखी जा रही है। असम में पहले केवल 6 मेडिकल कॉलेज थे, जो आज बढ़कर 12 हो गए हैं। पहले बड़े संस्थान केवल बड़े शहरों में होते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। भाजपा सरकार नॉर्थ ईस्ट के विकास पर खास फोकस कर रही है। पिछले 10 सालों में रिकॉर्ड संख्या में यहां टूरिस्ट आए हैं। 2014 तक नॉर्थ-ईस्ट में सिर्फ 10 हजार किमी नेशनल हाईवे हुआ करता था पिछले 10 साल में ही 6 हजार किलोमीटर नए नेशनल हाईवे बनाए गए हैं।

गुवाहाटी में बनेगा देश का तीसरा सबसे बड़ा कॉरिडोर

पीएम मोदी ने कहा मां कामाख्या कॉरिडोर देश का तीसरा सबसे बड़ा कॉरिडोर होगा। नीलांचल पर्वत तीन भागों यानी ब्रह्मा पहाड़ी, विष्णु पहाड़ी और शिव पहाड़ी से मिलकर बना है। यहां भुवनेश्वरी मंदिर सबसे ज्यादा ऊंचाई पर है। नीलांचल पर्वत पर मां कामाख्या देवी के मंदिर के अलावा कई मंदिर हैं। यहां मातंगी, कमला, त्रिपुर सुंदरी, काली, तारा, भुवनेश्वरी, बगलामुखी, छिन्नमस्तिका, भैरवी, धूमावती देवियों और दशमहाविद्या (देवता के दस अवतार) के मंदिर भी हैं। नीलांचल पहाड़ी के चारों ओर भगवान शिव के पांच मंदिर कामेश्वर, सिद्धेश्वर, केदारेश्वर, अमरतोकेश्वर, अघोरा और कोटिलिंग मंदिर हैं। इन्हीं सब को मिलाकर मां कामाख्या कॉरिडोर तैयार होगा।

ये भी पढ़ें-असम पहुंचे पीएम मोदी, प्रधानमंत्री के स्वागत में गुवाहाटी में जले एक लाख दीये

संबंधित खबरें...

Back to top button