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Planetary Parade : फरवरी 2025 में दिखेगा ग्रहों का अद्भुत एलाइनमेंट, एक सीधी रेखा में आएंगे सात ग्रह, एलियन जीवन का पता लगाना संभव

28 फरवरी 2025  को आसमान में एक अनोखी खगोलीय घटना देखने को मिलेगी, जब सात ग्रह एक साथ एक सीधी रेखा में दिखाई देंगे। इस अद्भुत नजारे में बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून एक साथ नजर आएंगे। एस्ट्रोनॉमर्स के अनुसार, यह घटना केवल एक रात के लिए होगी और यह दुर्लभ संयोग वैज्ञानिक अध्ययन के लिए भी बेहद खास है। इससे हमें सोलर सिस्टम, स्पेस यात्रा और अन्य ग्रहों के बारे में नई जानकारियां भी मिल सकती हैं। 

कैसे होता है ग्रहों का एलाइनमेंट

हमारे सोलर सिस्टम के सभी ग्रह अलग-अलग गति से सूर्य की परिक्रमा करते हैं। बुध, जो सूर्य के सबसे करीब है, केवल 88 दिनों में अपनी परिक्रमा पूरी कर लेता है, जबकि सबसे दूर स्थित नेपच्यून को यह यात्रा पूरी करने में 165 साल लगते हैं। ग्रहों की यह गति कभी-कभी उन्हें सूर्य के एक ही तरफ एक सीध में ले आती है, जिसे ग्रहों का एलाइनमेंट (Planetary Alignment) कहा जाता है।

28 फरवरी की रात, यदि मौसम साफ रहा, तो सभी सात ग्रह एक ही समय में देखे जा सकते हैं। इस प्रकार की घटनाओं को ‘ग्रहों की परेड’ (Planetary Parade) भी कहा जाता है।

खुली आंखों से देख सकते हैं कुछ ग्रह

  • बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि को खुली आंखों से देखा जा सकता है।
  • यूरेनस और नेपच्यून को देखने के लिए दूरबीन या टेलीस्कोप की जरूरत होगी।

एस्ट्रोनॉमर्स के अनुसार, यह नजारा न केवल एस्ट्रोनॉमी प्रेमियों के लिए खास होगा, बल्कि यह सोलर सिस्टम को बेहतर तरीके से समझने में भी मदद करेगा।

प्लानेटरी परेड से लगा सकते है एलियन जीवन का पता  

इस तरह की घटनाओं को लेकर कई बातें सामने आती हैं। कुछ वैज्ञानिक मानते हैं कि इससे पृथ्वी के मौसम और सूर्य की गतिविधियों पर असर पड़ सकता है। जर्मनी के वैज्ञानिक फ्रैंक स्टेफ़नी ने रिसर्च में पाया कि शुक्र, पृथ्वी और बृहस्पति का एलाइनमेंट सूर्य के 11 साल के सोलर साइकिल को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, कुछ अन्य वैज्ञानिक इस सिद्धांत से सहमत नहीं हैं और मानते हैं कि सूर्य की गतिविधियों को समझने के लिए केवल ग्रहों के प्रभाव को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।

साथ ही साइंटिस्ट के अनुसार यह एलाइनमेंट एलियन जीवन की खोज में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी की रिसर्च के अनुसार किसी अन्य ग्रह से कोई एलियन सभ्यता भी इसी तरीके का उपयोग पृथ्वी को देखने के लिए कर सकती है।

क्या ग्रहों का एलाइनमेंट अंतरिक्ष यात्रा में मदद कर सकता है?

ग्रहों का यह एलाइनमेंट केवल पृथ्वी से देखने के लिए खास नहीं है, बल्कि यह वैज्ञानिकों के लिए भी एक बड़ा अवसर है। 1966 में नासा के वैज्ञानिक गैरी फ्लैंड्रो ने गणना की थी कि 1977 में बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून का एलाइनमेंट होगा, जिससे अंतरिक्ष यान को इन ग्रहों तक आसानी से भेजा जा सकता है। इसी कारण 1977 में नासा ने वॉयजर-1 और वॉयजर-2 अंतरिक्ष यान भेजे, जिन्होंने चार ग्रहों की यात्रा पूरी की। अगर यह एलाइनमेंट न होता, तो इन ग्रहों तक पहुंचने में 30 साल लग सकते थे, लेकिन इसकी वजह से यह यात्रा केवल 12 वर्षों में पूरी हो गई।

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