
भोपाल। राज्य ग्रामीण स्वच्छता मिशन अब प्रदेश में नर्मदा परिक्रमा और राम वन गमन पथ वाले रूटों में महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट का निर्माण करेगा। ये टॉयलेट मुख्यतौर पर सार्वजनिक स्थलों, अस्पतालों, भीड़भाड़ वाले स्थानों में बनेंगे। बच्चों को दूध पिलाने, कपड़े और डायपर बदलने, स्नानागार और वेटिंग रूम जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी। इनका संचालन स्वच्छता सखियां करेंगी।
राज्य स्वच्छता मिशन ने नर्मदा किनारों के सभी जिलों से इसके लिए प्रस्ताव बुलाए हैं। मिशन ने जिलों को टॉयलेट को आकर्षक और सर्व सुविधायुक्त बनाने के लिए एक कांसेप्ट प्लान दिया है। इसकी डिजाइन बनाने का काम जिला स्वच्छता मिशन का मैदानी अमला करेगा। हर जिले में डिजाइन और लुक अलग-अलग होगा। इसके लिए बीच प्रतिस्पर्धा भी होगी।
कहां और कैसे बनेंगे टॉयलेट
यह टॉयलेट स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, मेला, बाजार तथा अन्य सार्वजनिक स्थलों पर बनाए जाएंगे। इसके अलावा ऐसे भी स्थलों का चयन होगा जहां कम से कम 50 महिलाओं की रोज आवाजाही होती है। टॉयलेट के अंदर फुल साइज का मिरर भी लगाया जाएगा। सेनेटरी नैपकिन भी वहां उचित दामों पर मिलेगी। पास में पुरुषों के लिए वेटिंग कक्ष भी होगा। भारतीय और पश्चिमी दोनों सीटें होगी। बच्चों के लिए कम ऊंचाई वाले यूरिन पॉट होंगे। वॉश बेसिन की सुविधा होगी। चौबीस घंटे प्रकाश की व्यवस्था होगी।
पहले हर जिले में बनाएंगे एक सर्वसुविधायुक्त टॉयलेट
ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थलों में महिलाओं के लिए सर्वसुविधायुक्त एक टॉयलेट बनाने के लिए जिलों से एकएक गांव के चयन करने के लिए कहा गया है। इनके बेहतर परिणाम आने के बाद अन्य गांवों, मेला-बाजार क्षेत्रों और सार्वजनिक स्थलों का चयन किया जाएगा। -तन्वी सुन्द्रियाल, मिशन संचालक, राज्य स्वच्छ भारत मिशन