टेक डेस्क। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अपनी 47वीं एनुअल जनरल मीटिंग में जियो एआई क्लाउड वेलकम ऑफर का ऐलान किया। इसके तहत जियो यूजर्स को 100 GB तक का फ्री क्लाउड स्टोरेज मिलेगा। इस ऑफर ने समाज में एक अलग तरह का बज क्रिएट किया है, जिसको लेकर बहुत चर्चा की जा रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्लाउड स्टोरेज होता क्या है और इसे कैसे यूज किया जाता है, साथ ही इसके बेनिफिट्स क्या हैं।
10 प्वाइंट्स में क्लाउड स्टोरेज के बारे में जानें
- क्लाउड स्टोरेज में आप अपनी फाइल्स को इंटरनेट पर स्टोर कर सकते हैं। जैसे पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड और सीडी ड्राइव में डाटा स्टोर किया जाता है लेकिन तब इंटरनट के बगैर ऑफलाइन तरीके से ही डेटा ट्रांस्फर होता है।
- क्लाउड स्टोरेज में किसी भी समय और कहीं से भी फाइल्स को एक्सेस किया जा सकता है।
- इसमें डेटा का सुरक्षित बैकअप मौजूद रहता है।
- क्लाउड स्टोरेज से फाइल्स को आसानी से दूसरों के साथ शेयर किया जा सकता है।
- इसके लिए हार्ड ड्राइव या अन्य फिजिकल स्टोरेज की ज़रूरत नहीं होती है।
- क्लाउड स्टोरेज पर डेटा की सुरक्षा के लिए एन्क्रिप्शन जैसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती हैं ताकि कोई तीसरा व्यक्ति फाइल को एक्सेस न कर सके।
- आप अपने सभी डिवाइसेस पर क्लाउड स्टोरेज डेटा को एकसाथ अपडेट कर सकते हैं।
- इसे पहले कंपनियों के द्वारा ही इस्तेमाल किया जाता था।
- व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए इसे साल 2010 के दौर में शुरू किया गया। इसकी शुरुआत गूगल, ड्रॉपबॉक्स और माइक्रोसॉफ्ट जैसी अग्रणी टेक कंपनियों ने की था।
- कुछ कंपनियां क्लाउड स्टोरेज सर्विस के तहत डिलीट की गई फाइल्स को कुछ समय तक रिकवर करने की भी सुविधा भी देती हैं। आपको बता दें कि कंपनियां क्लाउड स्टोरेज के तहत कुछ फ्री स्पेस मुहैया कराती हैं लेकिन अधिक स्टोरेज के लिए सब्सक्रिप्शन लेना होता है।
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