पीपुल्स ब्यूरो, भोपाल। सतपुड़ा भवन स्थित संभागीय पेंशन अधिकारी से पेंशन मामले में बार-बार आब्जेक्शन लगाए जाने से परेशान रिटायर कर्मचारी मिला तो अधिकारी ने कहा कि प्यून से मिल लो और समझ लो, काम हो जाएगा। इस पर कर्मचारी ने जब चपरासी से मिला तो उसने आब्जेक्शन खत्म करके पेंशन प्रकरण ट्रेजरी भेजने के लिए रिश्वत मांगी, जिसको लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथों धर दबोचा। खास यही कि शिकायतकर्ता कर्मचारी लोकायुक्त से ही रिटायर हुआ है। यह वाकया शुक्रवार का है।
इस बारे में लोकायुक्त एसपी मनु व्यास ने बताया कि आवेदक रामशंकर साहू निवासी टीला जमालपुरा बीते 31 मार्च को रिटायर हुए हैं। उनका पेंशन प्रकरण कोष एवं लेखा कार्यालय सतपुड़ा भवन में पेंडिंग है। वहां से बार-बार आपत्ति लगाकर मूल कार्यालय भेजा जा रहा था। इससे परेशान रिटायर कर्मचारी ने आपत्ति निराकरण के लिए कोष एवं लेखा कार्यालय से संपर्क किया। यहां संभागीय पेंशन अधिकारी शोभा चौहान ने इशारे से उनके चपरासी हरि से मिलने का कहा गया, ताकि मामले का निपटारा हो सके। चपरासी से मिलने पर उसने खर्चा पानी का बोला और 13 सितंबर को आने को कहा, तब रिटायर कर्मचारी फिर 13 सितंबर को मिला तो चपरासी ने 4 हजार रुपए मांगें।
साथ ही गारंटी दी कि इसके बाद मैडम यानि संभागीय पेंशन अधिकारी काम कर देंगी। इसकी शिकायत पर धारा 4 पीसी एक्ट में प्रकरण दर्ज किया किया गया। इसके बाद सतपुड़ा भवन स्थित संभागीय पेंशन अधिकारी कार्यालय में छापा मार कर रिश्वत लेते चपरासी हरिमोहन शाक्यवार निवासी 12 नंबर स्टाप के पास, नगर निगम की मल्टी को रंगे हाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त टीम में निरीक्षक उमा कुशवाह, नीलम पटवा, वीके सिंह, मनोज पटवा आदि शामिल थे।