पाकिस्तानी हैकर्स भारत और अफगानिस्तान की सरकार को निशाना बना रहे हैं। ये लोग खासकर, सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाकर संवेदनशील जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी हैकर ट्विटर और फेसबुक आईडी हैक करके सरकारी अधिकारियों से जुड़ी जानकारियां खंगाल रहे हैं।
नए टूल्स का कर रहे इस्तेमाल
पाकिस्तान के हैकर नए टूल्स का इस्तेमाल करके MS ऑफिस और PDF फाइल चोरी कर रहे हैं। हैकिंग करने वाले ग्रुप का नाम APT बताया जा रहा है। जिसे साइडकॉपी नाम से भी जाना जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों के गूगल, ट्विटर और फेसबुक क्रेडेंशियल्स चुराने की कोशिश की जा रही है।
ऑटो स्टीलर टूल इस्तेमाल कर रहे हैकर
हैकिंग के इस मामले की जांच करने वाले हुसैन जाजी ने बताया है कि हैकर डेटा चोरी करने के लिए ऑटो स्टीलर नामक के टूल का इस्तेमाल करते हैं। यह MS ऑफिस, पीडीएफ और टेक्स्ट फाइल्स की फोटो लेकर हैकर तक पहुंचाता था। उन्होंने बताया कि साइडकॉपी हैकिंग के लिए यूजर को कई फाइल भेजता है। जिसके अंदर एक छिपी हुई फाइल होती है। यह फाइल यूजर के सिस्टम को हैक कर लेती है।
ऐसा पहली बार नहीं है, जब साइडकॉपी APT के जरिए हैकिंग का मामला सामने आया है। साइबर सुरक्षा फर्म क्विक हील ने सितंबर 2020 में संवेदनशील डेटा चुराने वाले इस ग्रुप के बारे में खुलासा किया था।
पहले भी कर चुके हैं ऐसी हरकत
हैकर्स का ये ग्रुप साइडकॉपी के नाम से जाना जाता है। जो काबुल में पिछली अफगान सरकार, सेना और कानून प्रवर्तन एजेंसियों से जुड़े लोगों को टारगेट कर रहा था। इससे पहले भी फेसबुक ने ऐसे ही पाकिस्तानी हैकर्स का पता चलने पर कई अकाउंट्स को डिएक्टिवेट कर उनके डोमेन को हमारे प्लेटफॉर्म पर पोस्ट होने से रोक दिया था।
क्या चुरा रहे हैं हैकर्स?
हैकर सोशल मीडिया अकाउंट के पासवर्ड, लोगों के नाम, नंबर और ईमेल ID, अफगानी सरकार की वेबसाइट्स से पहचान पत्र, राजनयिक वीजा और संपत्ति पंजीकरण से संबंधित जानकारी जैसे संवेदनशील डेटा चुरा रहे हैं। जानकार आशंका जता रहे हैं कि इन दस्तावेजों के जरिए भविष्य में लोगों को ब्लैकमेल किया जा सकता है।
यहां करें शिकायत
भारत में आनलाइन धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। इन मामलों पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार ने पिछले दिनों हेल्पलाइन नंबर जारी किया था। साइबर क्राइम से पीड़ित टोल फ्री नंबर 155260 पर शिकायत कर सकते हैं।
ये भी हैं साइबर क्राइम
सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट, ई-मेल, चैट व डिजिटल उपकरण के जरिये किसी को अश्लील या धमकाने वाले संदेश भेजना और किसी भी रुप में परेशान करना साइबर क्राइम के दायरे में आता है।