
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने मंगलवार (11 मार्च) को जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक कर करीब 200 यात्रियों को बंधक बना लिया। इस घटना के 24 घंटे बाद क्वेटा रेलवे स्टेशन पर 200 से ज्यादा ताबूत लाए गए। हालांकि, अभी तक सरकार की ओर से मौतों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
बलूच नेता का बड़ा बयान
बलूचिस्तान के पूर्व मुख्यमंत्री अख्तर मेंगल ने एक्स (Twitter) पर पोस्ट कर कहा कि “बलूचिस्तान में पाकिस्तान सरकार का कोई नियंत्रण नहीं बचा है। हमने पहले ही चेतावनी दी थी, लेकिन हमारी बात को नजरअंदाज कर दिया गया।”
190 यात्रियों को बचाया, 30 आतंकी ढेर
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ दूसरे दिन (12 मार्च) भी जारी रही। 190 यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया और 30 आतंकवादियों को मार गिराया गया। विद्रोहियों का दावा है कि उन्होंने महिलाओं और बच्चों को छोड़ दिया, लेकिन सरकारी अधिकारियों ने इस दावे को झूठा बताया।
आतंकियों ने पहनी आत्मघाती जैकेट
BLA के आतंकियों ने आत्मघाती जैकेट पहन रखी है और कुछ निर्दोष बंधकों के बेहद करीब खड़े हैं। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, आतंकवादी अंधेरे का फायदा उठाकर छोटे-छोटे समूहों में भागने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और बचे हुए यात्रियों को भी जल्द छुड़ाने का दावा किया जा रहा है।
पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया
गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने कहा कि “बंधकों को छुड़ाने के लिए ऑपरेशन जारी है। हमने स्थिति को नियंत्रण में ले लिया है।” यह हमला बलूचिस्तान में बढ़ते विद्रोह और पाकिस्तान सरकार की कमजोर पकड़ को दर्शाता है।