इंदौरमध्य प्रदेश

इंदौर में उल्लू की तस्करी : डेढ़ करोड़ का दुर्लभ उल्लू बेचने की फिराक में थे तस्कर, आरोपियों में डिप्टी रेंजर का बेटा भी शामिल

इंदौर क्राइम ब्रांच पुलिस को आज बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने दुर्लभ प्रजाति के उल्लू और कछुए के साथ कई लोगों को गिरफ्तार किया है। दुर्लभ प्रजाति के उल्लू की कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपए बताई जा रही है। पुलिस ने पूरा मामला वन विभाग को सौंप दिया है। तस्करी मामले की जांच अब वन विभाग करेगा।

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उल्लू बेचने की फिराक में खड़े 5 तस्कर धराए

क्राइम ब्रांच के डीसीपी निमिष अग्रवाल ने बताया कि इंदौर क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम धतूरा के पास कुछ लोग दुर्लभ प्रजाति का उल्लू और कछुआ बेचने की फिराक में खड़े हैं। सूचना पाकर टीम ने तत्काल मौके पर दबिश दी और 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से दुर्लभ प्रजाति का एक उल्लू और एक कछुआ बरामद किया गया है। बाजार में कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपए बताई जा रही है।

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आरोपियों में डिप्टी रेंजर का बेटा शामिल

क्राइम ब्रांच की टीम ने बताया कि सभी आरोपी उल्लू और कछुए को बेचने की फिराक में खड़े थे। इन आरोपियों में एक डिप्टी रेंजर का बेटा बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस ने मामला वन विभाग का होने की वजह से जांच का जिम्मा वन विभाग को सौंप दिया है। वहीं वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम के तहत आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

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तांत्रिक प्रक्रियाओं में करते हैं उल्लू का प्रयोग

गौरतलब है कि अंधविश्वास की वजह से उल्लू का प्रयोग लोग तांत्रिक प्रक्रियाओं के लिए करते हैं। इसकी वजह अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में इसकी मांग है। दुर्लभ प्रजाति के उल्लू को लोग मुंहमांगी कीमत देते हैं। वन विभाग ही आगे की कार्रवाई करेगी।

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