
प्रीति जैन- सब्जियों में पेस्टीसाइड्स की मौजूदगी इन्हें स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद कम नुकसानदायक ज्यादा बनाती है, लेकिन जब ऑर्गेनिक वेजीटेबल्स की बात आती है तो यह महंगी लगती हैं। वैसी ही सब्जियों के दाम बढ़े हुए होते हैं, ऐसे में ऑर्गेनिक सब्जी के दाम मार्केट में मिलने वाली रेगुलर सब्जियों से 30 से 50 फीसदी तक ज्यादा होते हैं। यही वजह है कि अब लोग अपने घरों में ही सब्जियां उगाने लगे हैं ताकि केमिकल फ्री सब्जियां कम दाम में घर से मिल सकें। इसके लिए कोई जैविक खेती का कोर्स शुरू कर रहा है तो कोई अपनी छत पर ढेर सारी सब्जियां उगा रहा है, ताकि बाजार से सब्जी लेने की जरूरत ही न पड़े।
मूनगा की फली से लेकर मूली तक लगाई है
मैंने गर्मियों के लिए चौलाई भाजी, बरबटी, लौकी, गिल्की, भिंडी, मूनगा की फली भी लगाई है। मेरे घर में आलू व लहसुन को छोड़कर सभी सब्जियां लगीं है। यहां तक की मैंने मूली, शलजम और पालक भी अपने घर की छत पर लगाई है। मेरे पूरे परिवार के लिए हर दिन कई तरह की सब्जियां मुझे मिल जाती हैं। कई बार तो क्वांटिटी इतनी भी होती है कि पड़ोसियों व रिश्तेदारों को सब्जियां बांटती हूं। कई साल से बाहर से सब्जी नहीं खरीदी। – गायत्री नेगी, नेहरू नगर
अब हम अनाज भी उगा रहे हैं
हम अपने परिवार के लिए खुद ही सब्जियां उगाते हैं साथ ही सभी अनाज व गेहूं भी उगा रहे हैं। हालांकि सब्जी उगाना आसान नहीं होता क्योंकि ऑर्गेनिक सब्जियों का उत्पादन केमिकलयुक्त सब्जियों के मुकाबले कम होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें कीड़ा जल्दी लग जाता है। दूसरा, यह फ्रीज में भी दो से तीन दिन से ज्यादा नहीं रखी जा सकती। इन सब्जियों की शेल्फ लाइफ भी कम होती है क्योंकि यह केमिकल फ्री होती हैं, इसलिए इनके दाम भी ज्यादा होते हैं। अब हम जैविक खेती पर कोर्स शुरू कर रहे हैं ताकि लोग अपने घरों की स्पेस का इस्तेमाल करके घर सब्जियां अपने घर में उगा सकें। सब्जियों के अलावा मैं अब खुद ऑर्गेनिक गेहूं, अनाज, दालें, तेल व घी पर तैयार कर रहा हूं। यह महंगा जरूर होता है लेकिन जागरुक लोग इसके खरीदार हैं तो यह सेक्टर ग्रो करेगा। – सुधांशु शर्मा, ऑर्गेनिक सामग्री उत्पादक
ऑर्गेनिक सब्जियों की कम होती है शेल्फ लाइफ
ऑर्गेनिक सब्जियों की शेल्फ लाइफ कम होती है क्योंकि यह केमिकल फ्री होती हैं, जो लोग इस खेती को करते हैं वो ज्यादा दिन तक इन्हें बचा नहीं पाते और यही वजह है कि यह महंगी होती हैं। ऑर्गेनिक सब्जियों के लिए रासायनिक कीटनाशकों के बिना ही कीटरो ग नियंत्रण के कार्य करने होते हैं। जैविक खेती से पैदा होने वाली फसल में कीटरो ग की संभावना रहती ही है, जिसे कंट्रोल करने के लिए नीमास्त्र, गोमूत्र कीटनाशक, नीम का तेल, जीवामृत, बीजामृत जैसी कई जैविक दवाएं डालना होती हैं। – पीयूली घोष, संचालक, अनंत मंडी