
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने पर जोर दिया। शनिवार को पटना में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-ML) के 11वें जनरल कन्वेंशन में सीएम नीतीश ने कहा कि कांग्रेस को राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से बने माहौल का लाभ उठाते हुए भाजपा विरोधी दलों को एकजुट कर गठबंधन बनाना चाहिए। सीएम नीतीश ने कहा- हम इंतजार कर रहे हैं कि कांग्रेस जल्दी फैसला लें। अगर मेरा सुझाव मानें और सब साथ मिलकर लड़ें तो 2024 में भाजपा 100 सीटों के अंदर सिमट कर रह जाएगी।
यात्रा बहुत अच्छी रही : नीतीश
कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की ओर मुड़ते हुए कहा, मैं कांग्रेस में अपने साथियों से कहना चाहता हूं कि भारत जोड़ो यात्रा बहुत अच्छी रही। लेकिन उन्हें यहां नहीं रुकना चाहिए। भाकपा माले द्वारा ‘संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ’ शीर्षक से आयोजित अखिल भारतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि पिछले साल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से उनके अलग होने के बाद से भाजपा के राज्य में विस्तार के प्रयासों में कमी आई है, ‘लेकिन हमे ऐसी ही उपलब्धि राष्ट्रीय स्तर पर भी हासिल करने की जरूरत है।
#WATCH | I want you people (Congress) to take a quick decision. If they take my suggestion & fight together, they (BJP) will go below 100 seats, but if they don't take my suggestion, you know what will happen: Bihar CM Nitish Kumar at 11th General Convention of CPI-M, Patna pic.twitter.com/StbAEOjgWE
— ANI (@ANI) February 18, 2023
पहले आई लव यू कौन कहेगा : खुर्शीद
कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने नीतीश कुमार को जवाब देते हुए कहा कि हम आपकी बात को आलाकमान तक पहुंचा देंगे, मैं एक वकील हूं, आपकी वकालत कर दूंगा। साथ ही उन्होंने कहा- नीतीश कुमार जी जो आप सोचते हैं, वो कांग्रेस भी सोचती है। बस बात इतनी सी है कि पहले आई लव यू कौन कहेगा।
हम सबको मिलकर काम करना है : नीतीश
नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी खुद की कोई महत्वकांक्षा नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा, अगर मेरी सलाह पर ध्यान दिया जाता है, तो इससे देश को लाभ होगा और इसके साथ ही भाजपा के लगभग आधिपत्य की स्थिति का सामना करने वाली पार्टियों को भी फायदा पहुंचेगा।
मुख्यमंत्री ने भाजपा और उसके नेताओं का नाम लिए बिना अपने अंदाज में कहा कि लोकसभा चुनाव इन लोगों से मुक्ति का एक अवसर होगा। उन्होंने कहा, जो नई सरकार बनेगी वो देशहित में बेहतर काम करेगी। हम सबको मिल जुलकर काम करना है। समाज में एकजुटता रखनी है। देश को और आगे ले जाना है। विपक्षी एकता जरूरी है। हम सिर्फ चाहते हैं कि सभी एकजुट होकर रहें।
आरएसएस पर साधा निशाना
नीतीश कुमार ने देश में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव पर भी चिंता व्यक्त की, जहां विभाजन की रक्तरंजित विरासत के बावजूद हिंदू और मुसलमान शांति से रह रहे थे। कुमार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा, परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि जिनको आजादी की लड़ाई से कोई लेना-देना नहीं है वो नया-नया इतिहास पैदा कर रहे हैं। उन्होंने केंद्रीय जांच एजेंसियों के जरिये असंतोष के स्वरों को दबाने के आरोपों को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर परोक्ष रूप से निशाना भी साधा। भाकपा माले के इस महाधिवेशन को नीतीश के अलावा कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तथा भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने भी संबोधित किया।
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