
भोपाल/जबलपुर। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने मध्य प्रदेश में तीन लोगों को गिरफ्तार कर आईएसआईएस से जुड़े एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। मध्य प्रदेश ATS और NIA ने देर रात जबलपुर में 13 जगहों पर छापेमार कार्रवाई की गई।
जबलपुर में कार्रवाई के बाद गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों को भोपाल में एनआईए की विशेष कोर्ट में पेश किया। जहां से कोर्ट ने 3 जून तक के लिए तीनों आरोपी सैयद ममूर अली, मोहम्मद आदिल खान और मोहम्मद शाहिद को एनआईए की रिमांड पर भेज दिया गया।
#भोपाल : #जबलपुर में #एनआईए और #एमपी_एटीएस की कार्रवाई के बाद गिरफ्तार किए 3 आरोपियों को #भोपाल में #एनआईए की विशेष कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी सैयद ममूर अली, मोहम्मद आदिल खान और मोहम्मद शाहिद को 3 जून तक की रिमांड पर भेज दिया।#Arrested #MPNews #PeopleaUpdate#NIA pic.twitter.com/rnnfjjhyfm
— Peoples Samachar (@psamachar1) May 27, 2023
गोला-बारूद और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त
अधिकारी ने बताया कि छापेमारी के दौरान धारदार हथियार, गोला-बारूद, आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण भी जब्त किए गए। एनआईए ने 24 मई को खान की आईएसआईएस समर्थक गतिविधियों की जांच के दौरान एक मामला दर्ज किया था, जो पिछले साल अगस्त में एजेंसी के संज्ञान में आया था। एनआईए को पता चला कि वह और उसके सहयोगी आईएसआईएस के इशारे पर भारत में आतंकवादी हमले करने के लिए सोशल मीडिया मंच का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह मॉड्यूल स्थानीय मस्जिदों और घरों में बैठकें करता रहा है और देश में आतंक फैलाने की साजिश रचता रहा है।
तीनों आरोपी कट्टरपंथी है
अधिकारी ने कहा कि जांच से पता चला है कि तीनों आरोपी कट्टरपंथी है और हिंसक ‘जिहाद” को अंजाम देने के लिए तैयार थे। वे धन इकट्ठा करने, आईएसआईएस प्रचार सामग्री का प्रसार करने, युवाओं को प्रेरित करने और भर्ती करने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के उद्देश्य से हथियार और गोला-बारूद खरीदने की कोशिश में लगे हुए थे।
अधिकारी ने कहा कि अली ने ‘फिसाबिलिल्लाह’ नाम से एक स्थानीय समूह बनाया था और उसी नाम से एक व्हाट्सएप समूह भी संचालित कर रहा था। उन्होंने कहा कि वह अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पिस्तौल खरीदने की कोशिश कर रहा था और इस उद्देश्य के लिए जबलपुर स्थित एक अवैध हथियार आपूर्तिकर्ता के संपर्क में था।
युवाओं को ISIS में शामिल करने के लिए बनाए चैनल
अधिकारी ने कहा कि मुस्लिम युवाओं को आईएसआईएस में शामिल करने के लिए प्रेरित करने और भर्ती करने के लिए कई यूट्यूब, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप चैनल भी चला रहा था। जांच में पता चला है कि शाहिद ने भारत में हिंसक हमलों के लिए पिस्तौल, विस्फोटक उपकरण और ग्रेनेड सहित हथियार खरीदने की भी योजना बनाई थी।
जबलपुर में 13 जगहों पर मारे छापे
एनआईए और मध्य प्रदेश ATS ने शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात जबलपुर के 13 इलाकों में छापेमारी की गई। टीम ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील ए. उस्मानी को भी हिरासत में लिया। NIA ने देर रात उनके घंटाघर और ओमती स्थित मकानों समेत ऑफिस पर दबिश दी। सिविल लाइन इलाके के सुप्रीम प्लाजा अपार्टमेंट से भी दो लोगों को हिरासत में लिए जाने की जानकारी है। इस दौरान हंगामा होता देख पुलिस ने पूरी मेन रोड बंद कर दी गई। देखते ही देखते आसपास का पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया।
#मध्यप्रदेश के #जबलपुर जिले में #मुस्लिम बाहुल्य बड़ी ओमती इलाक़े में #NIA की टीम ने छापा मारा है। कार्रवाई के दौरान रास्ते सील कर दिए हैं। वहीं बड़ी संख्या में #पुलिस बल तैनात किया गया है। मामला विदेशी फंडिंग से जुड़ा बताया जा रहा है।#TerrorFunding #PeoplesUpdate@MPPoliceDeptt pic.twitter.com/x2Y8Jy956H
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