भोपालमध्य प्रदेश

आरएसएस करा रहा मंदिर, मस्जिद,चर्च, धर्म और जातियों का सर्वेक्षण

शहरी और ग्रामीण अंचलों में स्वयंसेवक 48 बिंदुओं पर जुटा रहे जानकारियां

राजीव सोनी भोपाल। मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने अपनी शाखाओं और वालेंटियर्स के माध्यम से गांव और बस्तियों में निवासरत प्रमुख जातियों, हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, कृषक, कारोबारी, मजदूर और कर्मचारियों का ब्यौरा जुटाने की मुहिम शुरू की है। व्यापक स्तर पर शुरू किए गए सर्वेक्षण में आबादी का धार्मिक, साक्षरता और आर्थिक प्रतिशत भी निकाला जा रहा है। गांवों में मौजूद वाटर बॉडीज, मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरूद्वारा और मजार के अलावा यह भी देखा जा रहा है कि मंदिर-श्मशान सभी के लिए खुले हैं या नहीं? सामाजिक संस्थाओं के अलावा संबंधित गांव/बस्ती के बाशिंदों का राजनीतिक झुकाव भाजपा, कांग्रेस, बसपा और आम आदमी पार्टी के प्रति कितने प्रतिशत है, यह टेंटेटिव डाटा भी जुटाने को कहा गया है। चुनावी वर्ष में हो रहे इस सर्वेक्षण को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बता दें कि मध्यप्रदेश में संघ की 5 हजार से अधिक और देश में करीब 62 हजार शाखाएं संचालित हैं। प्रदेश में संघ ने शहरी और ग्रामीण अंचलों में संचालित शाखाओं के जरिए स्वयंसेवकों से 48 बिंदुओं पर जानकारी जुटाने की मुहिम शुरू की है। सर्वेक्षण के फार्मेट में बस्ती की 3 प्रमुख जातियों और उनके प्रमुख की जानकारी भरने को कहा गया है। इसके अलावा 3 सामाजिक व्यक्ति, 3 महिला संस्थाएं, 3 सकारात्मक संस्थाएं और 3 नकारात्मक संस्थाओं की जानकारी भी एकत्र की जाएगी। इतना ही नहीं सर्वेक्षण के बिंदुओं में संबंधित बस्ती में निवासरत संघ के आनुषांगिक संगठनों से जुड़े लोगों का ब्यौरा भी जुटाया जा रहा है।

गो-पालकों की संख्या निकाली जा रही

संघ सर्वेक्षण के माध्यम से महिला-पुरुष, धर्म सहित जातियों का ब्यौरा भी जुटा रहा है। माइक्रो लेबल पर हो रहे इस सर्वे में शिक्षण संस्थान, गांव-कस्बे और मोहल्ले के जल स्त्रोत, श्मशान, मंदिर और जातिगत जानकारी भी एक क्लिक पर उपलब्ध रहेगी। राजनीतिक तौर पर यह भी देखा जा रहा है कि मतदाताओं पर भाजपा, कांग्रेस, बसपा अथवा आप में से किस पार्टी का कितना असर है। गांव कसबे में जैविक खेती और गोवंश पालकों की संख्या भी निकाली जा रही है।

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