भारत के साथ ही पूरी दुनिया में नए साल का जश्न मनाया जा रहा है। कड़कड़ती ठंड में भी लोग घरों से बाहर निकल कर एक दूसरे को बधाई दे रहे हैं। भारत के सभी शहरों ने साल 2025 का वेलकम उत्साह के साथ किया। कई शहरों में पार्टी, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, लाइव म्यूजिक और थीम डेकोरेशन के साथ नए साल का जश्न शुरू हुआ। वहीं मथुरा-वृंदावन, अयोध्या, काशी और खाटू श्याम दरबार में श्रद्धालियों का भारी हुजूम दिखा। तो आईए जानते है अलग-अलग शहरों में लोगों ने कैसे नए साल का वेलकम किया।
इंडिया गेट पर लगा लोगों का जमावड़ा
दिल्ली में हौज खास, कनॉट प्लेस और लाजपत नगर जैसी जगहों पर नए साल का जश्न मनाने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। नए साल के बीच कोई भी अप्रिय घटना न हो इसके लिए दिल्ली पुलिस ने भी पहले से ही सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए। इंडिया गेट पर सुबह से ही लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया। परिवार और दोस्तों के साथ यहां आए लोगों ने पिकनिक मनाई और नववर्ष की बधाइयां दीं। इंडिया गेट की रौनक ने दिल्लीवासियों और पर्यटकों के उत्साह को और बढ़ा दिया।
नए साल का स्वागत करने स्वर्ण मंदिर पहुंचे लोग
पंजाब के अमृतसर में लोग नए साल का स्वागत करने के लिए स्वर्ण मंदिर पहुंचे। यहां गुरु नगरी के निवासियों के साथ-साथ देश-विदेश से आए टूरिस्ट ने भी गोल्डन टेंपल में 2025 का आगाज किया। 31 दिसंबर की सुबह से ही श्रद्धालु गोल्डन टेंपल में माथा टेकने के लिए पहुंच रहे थे। रात 9 से 12 बजे के बीच 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने स्वर्ण मंदिर में माथा टेका। स्थिति यह थी कि पैर रखने तक की जगह नहीं थी।
एमपी में डीजे की धुनों पर थिरके लोग
मध्य प्रदेश में लोग 2025 का स्वागत करने के लिए सड़कों पर नाचते हुए देखे गए। नए साल के आगमन पर कई शहरों में शानदार आतिशबाजी देखने को मिली। वहीं उज्जैन में नए साल पर बाबा महाकाल के दर्शन करने लगातार श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। यहां नए साल पर 8 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। प्रदेश का हिल स्टेशन पचमढ़ी हो या मांडू या फिर धार्मिक नगरी उज्जैन और ओरछा में न्यू ईयर की धूम रही। नए साल पर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर-जबलपुर के सभी होटल-रिसॉर्ट बुक हैं।
यूपी के धार्मिक स्थल में श्रद्धालुओं का तांता
न्यू ईयर पर उत्तर प्रदेश के अयोध्या, वाराणसी और मथुरा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। अयोध्या में नए साल पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है, खासकर राम मंदिर में भगवान राम से आशीर्वाद लेने के लिए हजारों लोग पहुंचे। अयोध्या और पास के फैजाबाद में होटल पूरी तरह से बुक हो चुके हैं और मंदिर ट्रस्ट ने अपेक्षित भीड़ को प्रबंधित करने के लिए दर्शन के घंटे बढ़ा दिए हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन पर रोक
नए साल पर जन सैलाब को संभालने के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर ने 31 दिसंबर से 1 जनवरी तक स्पर्श दर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया। लोगों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए दूर से भगवान के दर्शन करने की अनुमति दी है। पुलिस ने व्यापक सुरक्षा उपाय लागू किए हैं, जिसमें अस्सी घाट और संकट मोचन मंदिर सहित प्रमुख स्थानों पर 45 ड्यूटी पॉइंट बनाए गए हैं।
मथुरा-वृंदावन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़
मथुरा-वृंदावन में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। मंदिर के अधिकारियों ने बुजुर्गों, बीमारों और बच्चों से पीक टाइम में दर्शन करने से बचने का आग्रह किया है। मंदिर में भीड़ को रोकने के लिए सख्त वन-वे प्रवेश और निकास व्यवस्था लागू की गई है। श्रद्धालुओं की आमद को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है और वृंदावन में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।