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तीन दर्जन से अधिक सीटों पर दिखेंगे नए चेहरे, 5-6 मंत्री भी होंगे ड्रॉप

भाजपा की अगली सूची नवरात्रि में, उषा ठाकुर और इंदर सिंह परमार के बदलेंगे क्षेत्र

भोपाल। प्रत्याशी चयन के मामले में भाजपा फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। चौथी सूची के बाद मंगलवार को भाजपा मुख्यालय में टिकट कटने के डर से आशंकित विधायकों की आवक बनी रही। 5-6 मंत्रियों सहित करीब 3 दर्जन से अधिक सीटों पर मौजूदा विधायकों के स्थान पर चुनाव मैदान में नए चेहरे उतारने की तैयारी है। शेष 94 सीटों में 27 हारी हुई हैं।

इन क्षेत्रों में बदलाव होना है। सर्वे रिपोर्ट के हिसाब से दो मंत्री इंदर सिंह परमार और उषा ठाकुर की सीट बदलने पर विचार हो रहा है। जिन मंत्रियों के टिकट होल्ड हैं वे भी बड़े नेताओं के चक्कर लगा रहे हैं। एक मंत्री पिछले दो- तीन दिन से दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। पार्टी मुख्यालय में मंत्री ओपीएस भदौरिया और राम खिलावन पटेल प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मिलने के लिए इंतजार में बैठे रहे। विधायक रघुनाथ मालवीय, बहादुर सिंह चौहान सहित कई विधायक राजधानी में दिन भर सक्रिय बने रहे।

विधानसभा की 230 सीटों में से भाजपा 136 पर उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है। इनमें तीन विधायकों के टिकट ही कटे हैं। अब शेष 94 सीटों की घोषणा होना बाकी है, इनमें 27 भाजपा की हारी हुई सीटें हैं। पार्टी की रणनीति है कि नवरात्रि के पहले दिन इनमें एक सूची जारी कर दी जाए। पार्टी सूत्रों का कहना है कि तीन दर्जन से अधिक सीटों पर नए चेहरे उतारे जाएंगे। जिन विधायकों को टिकट कटने की आशंका है वे भोपाल से लेकर दिल्ली में सक्रियता बनाए हुए हैं। ग्वालियर अंचल के एक मंत्री का दावा है अगली सूची में उनका नाम आ जाएगा।

उषा को इंदौर और इंदर को कालापीपल लाने की चर्चा!

मंत्री इंदर सिंह परमार और उषा ठाकुर की सीट बदली जा सकती है, उषा को इंदौर लाने पर विचार चल रहा है। वहीं परमार को कालापीपल भेजने की चर्चा है। जिन सीटों पर टिकट काटे जाना है उन्हें देर से घोषित करने की रणनीति है जिससे कि बगावत अथवा असंतोष ज्यादा दिन न खिंच पाए। संगठन की ओर से कुछ विधायकों को संकेत दे दिए गए हैं। मंत्री गोरीशंकर बिसेन के प्रस्ताव (उनके स्थान पर बेटी मौसम को टिकट) पर पार्टी विचार कर रही है।

नए चेहरों को लेकर भी अटकलों का दौर

शिवपुरी सहित कई सीटों पर नए चेहरा कौन होगा, इसको लेकर अटकलें जारी हैं। सागर जिले की बीना सीट पर भी बदलाव होना है। भोपाल की 7 में से 6 सीटें घोषित हो चुकी हैं जबकि दक्षिण-पश्चिम होल्ड पर है। पार्टी के सामने यहां ‘एक अनार सौ बीमार’ वाली स्थिति है पर जिताऊ चेहरे का संकट है। पार्टी चौंकाने वाला नाम भी दे सकती है। अभी इस सीट पर कांग्रेस के पीसी शर्मा काबिज हैं जबकि भाजपा के सर्वे में यहां जीत की संभावना जताई है।

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