
मुंबई (अमिताभ बुधौलिया)। चेहरा बदल सकता है, आवाज बदलती है… लेकिन आपका कर्मा हमेशा लोगों के बीच जीवंत रहता है। कभी बॉलीवुड के चार्मिंग एक्टर में शुमार रहे हिमांशु मलिक भी बाकियों की तरह इसी बदलाव से गुजरे। हालांकि मलिक अब एक्टिंग के साथ अब फिल्म निर्देशन में भी कमाल का काम कर रहे हैं। पीपुल्स अपडेट से एक्सक्सूलिव इंटरव्यू में हिमांशु मलिक ने अपनी जीवनशैली और काम को लेकर खुलकर बात की…
वेब सीरीज और फिल्मों में हैं व्यस्त हिमांशु मलिक
हिमांशु मलिक आजकल की व्यस्तताओं और काम को लेकर बताते हैं कि वो अभी कुछ फिल्मों और वेबसीरीज में व्यस्त हैं। उन्होंने बताया कि 2022 में आई फिल्म ‘चित्रकूट’ का निर्देशन उन्होंने किया था, जो आजकल ओटीटी पर मौजूद है। उनकी आने वाली फिल्मों में चंबल के डकैतों पर आधारित फिल्म शामिल हैं। जिसमें चंबल के डकैतों को अलग नजरिए से दिखाया जाएगा और इसके साथ ही हाई कॉन्सेप्ट थ्रिलर ’पैरट’ को भी बना रहे हैं।
‘तुम बिन’ फिल्म से लेकर अब तक का सफर
मॉडलिंग से एक्टिंग और फिर एक्टिंग से लेकर स्क्रीन राइटिंग और डायरेक्शन तक के सफ़र को हिमांशु मलिक बहुत खुशनुमा बताते हैं। उन्होंने बताया तुम बिन फिल्म से लेकर अब तक मुझे करियर के लिहाज से ग्रोथ ही नजर आता है। मैंने उसके बाद राइटिंग, निर्देशन और बतौर निर्माता का काम शुरू किया, जिसे लेकर मैं ईमानदारी से कहूं तो खुद को सफल मानता हूं। उन्होंने कहा मुझे इस जर्नी में बहुत मज़ा आया।
लुक्स से लेकर खाने के शौक तक का सफर
हिमांशु की इमेज इंडस्ट्री में एक समय चॉकलेटी ब्वॉय की थी। समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता। उम्र बढ़ने के साथ ही हिमांशु के बाल झड़ने लगे। इस बारे में पूछने पर बताते हैं कि मैंने कभी नकली बालों (विग) का सहारा नहीं लिया। इंडस्ट्री में विग का इस्तेमाल करना आम हो गया है, पर मैं हमेशा नेचुरल दिखना चाहता हूं। जब मेरे सिर के बाल काम हो गए तो मैंने खुद ही शेव कर लिया। मैंने अपने नेचुरल लुक्स को लेकर कभी कॉम्प्रोमाइज नहीं किया।
उन्होंने बताया कि अब मैं बतौर एक्टर नजर नहीं आते। एक्टिंग एक डिमांडिंग जॉब है, जिसमें हमेशा फिटनेस पर ध्यान देना पड़ता है। जब मैं फिल्म मेकिंग करता हूं तो फिटनेस की पाबंदी नहीं रहती और फिल्म मेकिंग करते हुए जिम रेगुलर फॉलो कर पाना बहुत मुश्किल है। 15 साल डाइटिंग करने के बाद मुझे लगा लगा कि जिंदगी भी जीनी चाहिए। उसके बाद से ही मन का खाना, घूमना और मस्ती करने की शुरुआत हो गई।
बतौर डायरेक्टर चित्रकूट फिल्म का अनुभव
अपनी डायरेक्ट की गई पहली फिल्म चित्रकूट के बारे में बताते हैं कि फिल्म को जनता ने खूब प्यार दिया। बतौर डायरेक्टर बहुत कुछ सीखने को मिला। यह बिल्कुल नया अनुभव था। फिल्म को थियेटर में रिलीज किया गया था। उन्होंने बताया चित्रकूट फिल्म को ईरानियन डायरेक्टर माजिद मजीदी का भी एप्रिसिएशन मिला था।