
भोपाल। देश की उत्तरी अंचल में बर्फवारी और सर्द हवाओं के प्रभाव के चलते मध्य प्रदेश में भी पिछले कुछ दिनों से कड़ाके की ठंड का दौरा जारी है। इस बीच अनेक स्थानों पर बारिश, बादल छाए रहने और कोहरे के कारण आम जनजीवन प्रभावित हुआ है।
अगले 24 घंटों के दौरान भी राज्य में अनेक स्थानों पर बारिश, गरज चमक के साथ बादल छाए रहने और कोहरे का असर रहने की संभावना है। फिलहाल, कड़ाके की ठंड से निजात मिलने की संभावना नहीं है।
यहां हुई बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान भोपाल, इंदौर और नर्मदापुरम संभागों के जिलों में कहीं कहीं, नर्मदापुरम, ग्वालियर और सागर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर तथा चंबल संभाग के जिलों में अधिकांश स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई। शेष संभागों में मौसम सामान्यत: शुष्क रहा।
इन जिलों में छाया रहा कोहरा
भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा, जबलपुर, शहडोल और सागर संभागों में न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई और शेष संभागों में न्यूनतम तापमान कल के ही समान रहा। भिंड, मुरैना, ग्वालियर, श्योपुर, मंदसौर, नीमच, रतलाम और आगर जिलों में मध्यम कोहरा छाया रहा। शिवपुरी, उज्जैन, शाजापुर, राजगढ़, भोपाल, गुना, छतरपुर, पन्ना, सतना, सागर और विदिशा जिलों में हल्के कोहरे का प्रभाव रहा। राज्य में न्यूनतम द्दश्यता दो सौ मीटर ग्वालियर एयरपोर्ट पर रही।
इस वजह से बदला मौसम
राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री मंडला में रहा। सबसे कम दिन का तापमान ग्वालियर में 21.2 रहा। सबसे अधिक दिन का तापमान नर्मदापुरम में 29 डिग्री रहा। पश्चिमी विक्षोभ पंजाब और निकटवर्ती क्षेत्रों के ऊपर समुद्र तल से तीन किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ, उत्तर मध्य राजस्थान और निकटवर्ती क्षेत्रों के ऊपर समुद्र तल से डेढ़ किमी ऊंचाई पर स्थित है। इन वजहों से मध्य प्रदेश के मौसम के मौजूदा हालात निर्मित हुए बताए गए हैं।
One Comment