
भोपाल। मानसूनी सिस्टमों के सक्रिय होने के चलते मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित अनेक स्थानों पर बारिश का दौर जारी है। अगले 24 घंटों में प्रदेश के 20 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इस साल प्रदेश में मानसून मेहरबान रहा है। आज तक प्रदेश में औसत से 17 फीसदी अधिक वर्षा दर्ज की जा चुकी है।
गुना में रिकॉर्ड बारिश, गांधी सागर डैम के 3 गेट खुले
मध्य प्रदेश में शनिवार को बारिश का सिलसिला जारी रहा, जिससे कई जिलों में राहत मिली। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, राजगढ़ और गुना समेत लगभग 20 जिलों में अच्छी बरसात हुई। गुना में 9 घंटे के अंदर पौन इंच से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं शाजापुर, आगर-मालवा, धार, दमोह, नर्मदापुरम, खरगोन, शिवपुरी, खजुराहो, नौगांव, रीवा, सतना, टीकमगढ़, मंदसौर और रतलाम में भी बारिश हुई, जिससे जलस्तर में वृद्धि हुई है। मंदसौर में गांधी सागर डैम का जलस्तर पूरी तरह भर गया है। शनिवार सुबह से डैम के तीन गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। बांध के कैचमेंट एरिया में 94,500 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है, जिससे डैम का जलस्तर 1311.18 फीट तक पहुंच गया है।
इसलिए हो रही बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में एक सक्रिय मानसूनी सिस्टम ने स्थिति को प्रभावित किया है। इस सिस्टम के साथ एक ‘ट्रफ’ लाइन भी प्रदेश से होकर बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। इस मानसूनी सिस्टम के प्रभाव से राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है। विशेष रूप से दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में बारिश के साथ-साथ गरज-चमक की भी आशंका है।
20 जिलों में जारी किया अलर्ट
प्रदेश के 20 जिले छतरपुर, पन्ना, निवाड़ी, टीकमगढ़, रीवा, सागर, सतना, मऊगंज, मैहर, आगरमालवा, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, गुना, झाबुआ, रतलाम, शाजापुर, शिवपुरी और उज्जैन के अलावा कुछ और जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

उमस और गर्मी से मिली राहत
पिछले 24 घंटों के दौरान राजधानी भोपाल, उज्जैन, इंदौर सहित कुछ अन्य जिलों में अच्छी बारिश हुई। राजधानी भोपाल में कल शाम से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला देर रात्रि तक रुक-रुककर जारी रहा। वहीं इंदौर में शनिवार सुबह अच्छी बारिश हुई। बारिश से उमस और गर्मी से काफी हद तक राहत मिली है।
श्योपुर में सर्वाधिक, रीवा में सबसे कम वर्षा दर्ज
प्रदेश में इस साल मानसून मेहरबान रहा और एक जून से 28 सितंबर तक प्रदेश में औसत से 17 फीसदी अधिक वर्षा हुई। प्रदेश में अब तक कुल 1106.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। वहीं श्योपुर जिले में सर्वाधिक 1323 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई, जो सामान्य से काफी अधिक है। प्रदेश में रीवा एक ऐसा जिला रहा, जहां सबसे कम वर्षा हुई। वहीं अब तक कुल 753.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई, जो सामान्य से 25 फीसदी कम है। शेष सभी स्थानों पर अच्छी बारिश हुई है।