भोपालमध्य प्रदेश

MP Weather Update : भोपाल में 5 इंच से ज्यादा पानी गिरा, इन जिलों भारी बारिश का अलर्ट जारी

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शनिवार-रविवार की दरमियानी रात मूसलाधार बारिश हुई। करीब एक घंटे तक की झमाझमा बारिश ने शहर को पानी-पानी कर दिया। 24 घंटों के दौरान भोपाल में सवा पांच इंच पानी गिरा है। ये इस सीजन की एक दिन में सर्वाधिक वर्षा है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में 14 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

आधी रात को भोपाल पानी-पानी

भोपाल के गांधी नगर इलाके में निचली बस्ती में पानी भरने से एक परिवार को फायर ब्रिगेड टीम ने रेस्क्यू किया। यही हालत आधे शहर के रहे। शाहजहांनाबाद से लेकर करोंद, अशोका गार्डन, ऐशबाग, जहांगीराबाद, गांधी नगर समेत अधिकांश निचले इलाकों में बारिश का पानी घरों में घुस गया। लोगों की रात दहशत और मुसीबत भरी रही।

पिछले 24 घंटों में इतनी हुई बारिश

एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में भोपाल जिले में 132.4 मिमी, भोपाल शहर में 80.4, बैतूल में 36.6, मंडला में 32.2, खरगोन में 29.8, सागर में 27, जबलपुर में 22.6, पचमढ़ी में 18.8, दमोह में 17, नरसिंहपुर में 13, छिंदवाड़ा-सिवनी में 12.6, उमरिया में 11.4, नर्मदापुरम में 6.8, इंदौर में 5.4, खंडवा में 5, गुना में 4.2, रीवा में 3.4, उज्जैन में 3, मलाजखंड में 2.6, ग्वालियर में 0.4, धार में 0.2 मिलीमीटर बारिश हुई है।

बिजली गिरने की जताई संभावना

मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, भोपाल, रीवा, सागर, शहडोल, जबलपुर, चंबल, ग्वालियर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। विभाग की ओर यलो अलर्ट भी जारी किया गया है, जो बता रहा है कि जबलपुर, नर्मदापुरम संभागों के जिलों में तथा सीहोर, रायसेन, उज्जैन, धार, नीमच, मंदसौर, डिंडौरी, अनूपपुर, सागर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है।

वहीं नर्मदापुरम, भोपाल, जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों में तथा उज्जैन, रतलाम, शिवपुरी, गुना, आगर, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, सागर, दमोह जिलों में कहीं-कहीं बिजली गिरने की संभावना है।

ये वेदर सिस्टम एक्टिव

मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल में ओडिशा और उसके आसपास एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून ट्रफ बीकानेर, कोटा, सागर से पेंड्रा रोड से होकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। कर्नाटक से लेकर गुजरात तक अपतटीय ट्रफ मौजूद है। इसके अतिरिक्त महाराष्ट्र पर विपरीत दिशा की हवाओं (पूर्व-पश्चिम) का टकराव हो रहा है। इन चार वेदर सिस्टम के कारण मप्र के कुछ जिलों में रुक-रुककर बौछारें पड़ रही हैं। अभी दो-तीन दिन तक भोपाल, इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम, सागर संभागों के जिलों में वर्षा होने का सिलसिला बना रहेगा। मंगलवार से कम दबाव के क्षेत्र के आगे बढ़ने से वर्षा की गतिविधियों में और तेजी आएगी।

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