भोपालमध्य प्रदेश

MP विधानसभा के स्पीकर बोले – हमारे विधायकों को पढ़ने से रोकता है मीडिया, हो हल्ला करने वालों को छापता है

भोपाल। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम की शिकायत है कि नए विधायकों में पढ़ने को लेकर रुचि कम हो गई है। मीडिया उन्हें पढ़ने से रोकने का काम करता है। मीडिया तो सदन में हो-हल्ला करने वालों को ही छापता है। इसलिए विधायकों को नियम-प्रक्रियाओं की गहराई में जाने का अवसर नहीं मिल पाता। संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी विधायकों को सदन की बारीकियां समझने को प्रेरित किया।

पुरानी पीढ़ी की आदतें बताईं

विधानसभा अध्यक्ष गौतम यहां प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह की पुस्तक ‘विधान मंडल पद्धति एवं प्रक्रिया’ विमोचन समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में संसदीय कार्यमंत्री डॉ. मिश्रा, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, पूर्व अध्यक्ष सीतासरन शर्मा एवं एनपी प्रजापति भी मौजूद थे।स्पीकर ने अपने संबोधन में पुरानी पीढ़ी के विधायक जगदंबा निगम और सुंदरलाल पटवा को उनकी अध्ययनशीलता के लिए याद किया। उन्होंने संकलित पुस्तक को ग्रंथ बताते हुए कहा कि इससे विधायकों को प्रक्रिया समझने में आसानी होगी। उन्होंने समझाइश के अंदाज में यह भी कहा कि संसद/विधानसभा पूजा का स्थान हैं और हम पुजारी, इसलिए सदन की पवित्रता बनाए रखना हमारी जवाबदारी है। हम संयमित रहकर अपनी बात रख सकते हैं।

नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह और संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्त्म मिश्रा के आग्रह पर स्पीकर ने सभी विधायकों को ‘विधान मंडल पद्धति एवं प्रक्रिया’ की प्रति उपलब्ध कराने का ऐलान भी किया। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह बोले कि प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह तो विधानसभा के हीरा निकले। जगदंबा निगम और पटवाजी की अध्ययनशीलता की पद्धति अब समाप्ति पर है। सदन की बैठकें भी कम हो गईं, लेकिन स्पीकर गौतम ने महिला दिवस पर महिला सदस्यों और प्रथम बार के विधायकों से कार्रवाई संचालन कराकर नवाचार किया।

नरोत्तम बोले – जहां लोग पहुंचे छलांग लगाकर

कार्यक्रम में संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पुस्तक के लेखक एवं विस के प्रमुख सचिव के सरल स्वभाव के साथ उनकी विद्वता की जमकर तारीफ की। शायराना अंदाज में वह बोले- ‘न किसी को गिराया, न किसी को उछाला, कटा जिंदगी का सफर धीरे-धीरे…. जहां लोग पहुंचे छलांग लगाकर वहां ये पहुंचे धीरे-धीरे..। नरोत्तम ने कहा कि अभी तक हम लोग संसदीय प्रक्रियाओं के संदर्भ में कौल-शिकदर की पुस्तक को ही कंसल्ट करते रहे। अब इसका उद्धरण भी होगा। पूर्व अध्यक्ष डॉ. शर्मा ने कहा- लोकतंत्र का आधार विधानसभा होती है। हम कानून और अपने नियम बनाते हैं, उलझन की स्थिति में कौल शिकदर को ही देखते हैं अब इस पुस्तक से सभी को सुविधा होगी। पूव अध्यक्ष प्रजापति ने भी पूर्व सीएम अर्जुन सिंह, पटवा, रमन सिंह, पूर्व मंत्री विक्रम वर्मा का जिक्र किया।

 

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