इंदौरमध्य प्रदेश

इंदौर के कनाड़िया थाना क्षेत्र में पेड़ों की कटाई, पार्षद ने लकड़ियों से भरा ट्रक पकड़ाया

इंदौर। देश में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा हरे-भरे पेड़ों की काटई पर रोक लगा रखी है। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रोज एक पेड़ लगाने की बात कहते नजर आते हैं, लेकिन इसके बावजूद कुछ चंद मुनाफाखोरी और हरे9हरे पेड़ों को काटकर वन संरक्षण अधिनियम की धारा 2 का उल्लंघन करते दिखाई देते हैं।

बात की जाए इंदौर की तो लगातार कॉलोनी और मल्टीओ का विस्तार होता जा रहा है। इसके लिए हरे-भरे वृक्षों को काटा जा रहा है। कुछ वर्ष पहले इंदौर के आसपास लाखों की संख्या में हरे पेड़ होते थे। लेकिन, शहर के विस्तारीकरण के बाद हरे-भरे वृक्षों की जगह बड़ी- बड़ी मल्टीआ दिखाई देती है। वहीं इन वृक्षों को बचाने के लिए कई वृद्ध आंदोलन भी किए गए हैं, जिसके लिए परी कानून और समितियों का भी गठन शासन प्रशासन द्वारा किया गया।

क्या है पूरा मामला ?

ताजा मामला इंदौर के कनाड़िया थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 76 का है। जहां पर जल्द एक हाईवे निकलने वाला है, जिसके लिए वन विभाग द्वारा कई हरे वृक्षों को काटा जा रहा है। नियम के तहत यह हरे वृक्ष वन विभाग में सौंपने चाहिए, लेकिन कनाड़िया थाना क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर को एक हाईवा क्रमांक एमपी 09 एचएच 2351 जब इंदौर से लकड़िया लेकर बाहर जा रहा था। उसी वक्त इलाके के पार्षद द्वारा उच्च ट्रक को रोका गया और थाने लेकर आया गया, जहां पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच शुरू की है।

पार्षद की ड्राइवर से हुई कहासुनी

इस मामले में वार्ड पार्षद सीमा सोलंकी ने मीडिया को बताया कि शुक्रवार दोपहर वह जब शहर की ओर आ रही थी। उसी समय उसे हाईवा गाड़ी में एक पीपल का पेड़ काटकर ड्राइवर और अन्य लोग शहर से बाहर की ओर जा रहे थे। जहां पर विरोध करने पर ड्राइवर द्वारा कुछ कहासुनी हुई, जिसके बाद पार्षद द्वारा ट्रक को थाने लेकर जाया गया। जहां बात की जाए वन विभाग द्वारा पेड़ कटाई की तो किसी तरह से पेड़ पर कोई रोक नहीं थे। जिससे कि पेड़ को काटने की अनुमति होती है। वहीं वन विभाग के अधिकारी भी कनाड़िया थाना पहुंचे, जहां पर उन्होंने पूरे मामले को लेकर पुलिस को कुछ कागजों पर है। वहीं पुलिस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है।

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