
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक बार फिर ट्रेन पलटाने की साजिश की गई। महाराजपुर थाना क्षेत्र में प्रेमपुर रेलवे स्टेशन के पास रेल की पटरी पर रविवार सुबह एक गैस सिलेंडर मिला, जिसके बाद लोको पायलट ने तुरंत ट्रेन रोक दी। इसके बारे में अधिकारियों को जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस और रेलवे अधिकारी और खुफिया एजेंसी के जवान मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया। हालांकि इससे रेल संचालन पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। लोको पायलट की सूझबूझ और सजगता के चलते एक हादसा होने से बच गया।
सिलेंडर के अलावा बीयर की कैन भी मिली
कानपुर में जिस जगह रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर मिला है, वो दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन पर महाराजपुर के प्रेमपुर रेलवे स्टेशन के पास है। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से गैस का खाली सिलेंडर के अलावा बीयर की कैन भी मिली है, जिन्हें जांच के लिए भेज दिया गया है। इसी तरह कुछ दिन पहले कानपुर-कासगंज रेलवे रूट पर पटरियों के बीच गैस सिलेंडर रखकर ट्रेन को पलटने की कोशिश की गई थी। दोनों मामलों की जांच चल रही है। करीब एक महीने के अंदर यह तीसरी घटना है।
कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही थी मालगाड़ी
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मालगाड़ी के लोको-पायलट द्वारा आपातकालीन ब्रेक लगाने के बाद रविवार सुबह एक और ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश नाकाम हो गई। अधिकारी ने बताया कि यह घटना तब हुई जब मालगाड़ी कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही थी। लगभग एक महीने के भीतर यह तीसरी घटना है, जब रेल सेवा को बाधित करने की कोशिश की गई है।
रविवार को जारी एक बयान में कहा गया कि आज सुबह लगभग 8 बजकर 10 मिनट पर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) पुलिस ने सूचना दी कि प्रेमपुर स्टेशन से इलाहाबाद की तरफ जाने वाले रेलवे मार्ग पर लाल रंग का एक सिलेंडर पटरी पर रखा हुआ है। इस सूचना पर स्थानीय पुलिस ने तत्काल प्रेमपुर रेलवे स्टेशन पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। यह पाया गया कि लाल रंग का खाली सिलेंडर पटरी पर रखा हुआ था।
आरपीएफ और कानपुर पुलिस ने शुरू की जांच
कानपुर पूर्व के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि लोको पायलट ने रेलवे अधिकारियों को सतर्क किया, जिन्होंने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और कानपुर पुलिस को सूचना दी और मामले की जांच शुरू की गई। डीसीपी ने बताया कि मालगाड़ी के लोको पायलट ने 5 किलोग्राम वजन का एलपीजी सिलेंडर देखा, जिसके बाद आपातकालीन ब्रेक लगाकर कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही मालगाड़ी को रोक दिया गया। उन्होंने बताया कि खोजी कुत्तों को काम पर लगाया गया और फोरेंसिक विशेषज्ञों को भी बुलाया गया। उन्होंने पाया कि एलपीजी सिलेंडर खाली था।
एक महीने में तीसरी घटना
लगभग 15 दिन पहले ही प्रयागराज से भिवानी की ओर जा रही कालिंदी एक्सप्रेस को शिवराजपुर क्षेत्र में पटरी पर एलपीजी सिलेंडर रखकर पटरी से उतारने की कोशिश की गई थी। ट्रेन रुकने से पहले सिलेंडर से टकरा गई थी और ट्रेन की चपेट में आने से सिलेंडर पटरी से दूर जा गिरा था। इसी तरह कुछ दिनों पहले कानपुर-कासगंज रेल मार्ग पर पटरी के बीच गैस सिलेंडर रखकर ट्रेन पलटाने की कोशिश की गई थी। दोनों ही मामलों में जांच की जा रही है। लगभग एक महीने की भीतर यह तीसरी घटना है।
रेलवे ने दिए सतर्कता बरतने के निर्देश
रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं के मद्देनजर ट्रैक मैन, पॉइंट मैन, स्टेशन मास्टर समेत अन्य कर्मचारियों को सजगता बरतने के निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। भविष्य में इस प्रकार की अप्रिय घटनाओं से बचाव के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सीसीटीवी और ड्रोन जैसी तकनीक अपनाने पर भी विचार किया जा रहा है।