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GIS 2025 : पीएम मोदी ने ट्रिपल T पर दिया जोर, निवेशकों से कहा- ‘एमपी में निवेश का यही सही समय’, पैसा रिटर्न की अपार संभावनाएं

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 का भव्य शुभारंभ हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में आयोजित समिट का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने निवेशकों को ‘ट्रिपल टी’ – टेक्सटाइल्स, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी का मंत्र दिया और कहा कि “आज दुनिया भारत की तरफ देख रही है और भारत पूरी दुनिया की उम्मीदों पर खरा उतर रहा है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने निवेशकों से कहा, “मध्य प्रदेश में निवेश करने का यही सही समय है। यहां असीम संभावनाएं हैं। भारत आने वाले वर्षों में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा।” उन्होंने वर्ल्ड बैंक और UN की हालिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए बताया कि भारत को सौर ऊर्जा की सुपरपावर कहा गया है और देश ठोस नतीजे लाकर दिखा रहा है।

निवेश का नया गढ़ ‘मध्य प्रदेश’

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मध्य प्रदेश जनसंख्या के हिसाब से देश का पांचवां सबसे बड़ा राज्य है। कृषि उत्पादन, खनिज संसाधन और औद्योगिक विकास में यह राज्य शीर्ष पर है। उन्होंने कहा, “मां नर्मदा का आशीर्वाद इस भूमि पर है। एमपी को GDP के लिहाज से देश के टॉप 5 राज्यों में लाने की पूरी क्षमता है।”

बीते दो दशकों में मध्य प्रदेश ने जबरदस्त परिवर्तन देखा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था जब यहां बिजली, पानी और कानून-व्यवस्था की समस्याएं थीं, लेकिन अब भाजपा सरकार के प्रयासों से हालात बदल गए हैं।

‘ट्रिपल टी’ से बनेगा नया एमपी

वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने उद्योगपतियों को मंत्र भी दिया है। उन्होंने ‘ट्रिपल T’ यानी टेक्सटाइल्स, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी इन तीन नए सेक्टर की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत में 3 सेक्टर टेक्सटाइल, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी में तेजी से वृद्धि होगी। इनमें करोड़ों जॉब निकलेंगे। आप टेक्सटाइल, टूरिज्म सेक्टर का फायदा उठाएं। टूरिज्म में एमपी अजब भी है और गजब भी है। आप यहां आए हैं तो उज्जैन में महाकाल लोक देखने जरूर जाएं। आपको महाकाल का आशीर्वाद भी मिलेगा।

टेक्सटाइल के नजरिए से देखें तो मध्यप्रदेश एक प्रकार से ‘कॉटन कैपिटल’ है। देश की लगभग 25 फीसदी कॉटन आपूर्ति यहीं से होती है। मध्यप्रदेश मलबरी सिल्क का भी देश का सबसे बड़ा निर्माता है। यहां का चंदेरी और महेश्वर विश्वप्रसिद्ध हैं। इनमें निवेश निवेशकों को वैश्विक पहचान देगा। सरकार मेडिकल टेक्सटाइल और जियो टेक्सटाइल को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए राष्ट्रीय मिशन शुरू किया है। सात बड़े टेक्सटाइल पार्क में से एक मध्यप्रदेश में बन रहा है।

आधारभूत सुविधाएं और औद्योगिक विकास

मध्य प्रदेश में 200 से ज्यादा इंडस्ट्रियल जोन हैं, जो निवेशकों को बेहतरीन ‘रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट’ प्रदान करते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि जल संरक्षण और नदी जोड़ो परियोजनाएं औद्योगिक विकास को गति देंगी। केन-बेतवा लिंक परियोजना से 10 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी।

उन्होंने बताया कि खराब सड़कों के लिए कभी बदनाम रहे मध्य प्रदेश में अब दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का बड़ा हिस्सा गुजरता है, जिससे लॉजिस्टिक्स सेक्टर को बूस्ट मिला है। ग्वालियर और जबलपुर एयर टर्मिनल का विस्तार हुआ है और रेलवे का 100% विद्युतीकरण पूरा कर लिया गया है।

मुख्यमंत्री की पहल की सराहना

पीएम मोदी ने सीएम डॉ. मोहन यादव की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने 2025 को ‘उद्योग और रोजगार वर्ष’ के रूप में मनाने का निर्णय लेकर सही दिशा में कदम बढ़ाया है। अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने निवेशकों को आश्वस्त किया कि “मध्य प्रदेश में निवेश का हर फैसला आपको समृद्धि और सफलता की ओर ले जाएगा।”

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