भोपाल। मध्यप्रदेश में बीजेपी जिलाध्यक्षों के नामों का एलान उलझता नजर आ रहा है। काफी समय से कयास लगाए जा रहे की जिलाध्यक्षों की सूची जल्द आ जाएगी, लेकिन एक बार फिर कुछ बड़े जिलों में जिलाध्यक्षों पर पेंच उलझा गया है। बताया जा रहा है कि अब जिलाध्यक्षों के चयन का मामला दिल्ली से ही तय होगा। बीजेपी के संगठन महामंत्री और वीडी शर्मा दिल्ली पहुंचे हैं, जहां वह बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि अब दिल्ली में चर्चा के बाद ही जिलाध्यक्षों के नामों का ऐलान हो होगा।
सीनियर नेताओं के बीच फंसा पेंच
बताया जा रहा है कि ज्यादातर जिलों के अध्यक्ष तय हो चुके हैं। लेकिन कुछ बड़े जिलों में सीनियर नेताओं के बीच मामला फंसा हुआ है, क्योंकि सब अपने चहेतों को जिलाध्यक्ष बनाने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। वहीं संघ की तरफ से जो नाम आगे किए गए थे, उन पर भी अभी सहमति नहीं बनी है। ऐसे में जिलाध्यक्षों के चयन का मामला उलझ गया है। जिसके चलते अब सीनियर नेता दिल्ली पहुंचे है।
ग्रामीण इलाकों में स्थिति साफ
दरअसल ग्वालियर अंचल में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के समर्थकों को लेकर पेंच फंसा हुआ है, तो वहीं इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय और अन्य नेताओं के बीच भी उलझन है। जबकि सागर जिले में तीन-तीन खेमें एक साथ दिख रहे हैं, एक तरफ पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव और भूपेंद्र सिंह जोर लगा रहे हैं तो दूसरी तरफ मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और विधायक शैलेंद्र जैन हैं। जबकि रीवा और विंध्य में भी कई जिलों में मामला फंस गया है। यहां से डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला आते हैं। बताया जा रहा है कि ग्रामीण इलाकों में स्थिति क्लीयर हैं, लेकिन शहरी इलाकों में सत्ता और संगठन के बीच समन्वय नहीं बन पा रहा है।
दिल्ली से फाइनल होगी जिलाध्यक्षों की लिस्ट
बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष ने संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को दिल्ली बुलाया है, इसके अलावा मध्य प्रदेश में बीजेपी की प्रदेश संगठन चुनाव की टीम भी दिल्ली पहुंची है। जहां सभी की मुलाकात बीएल संतोष से होने वाली है, इस मुलाकात के बाद ही जिलाध्यक्षों के नाम फाइनल हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि भोपाल और इंदौर की तर्ज पर कुछ जिलों को दो हिस्सों में बांटा जा सकता है। इस मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है।