भोपालमध्य प्रदेश

Narendra Saluja Joins BJP: MP कांग्रेस को बड़ा झटका… कमलनाथ के करीबी नेता नरेंद्र सलूजा BJP में शामिल

मध्यप्रदेश में एक बार फिर दल बदलने पर राजनीति गर्मा गई है। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष नरेंद्र सलूजा ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया है। भाजपा में शामिल होते ही सलूजा ने 84 के दंगों को लेकर कमलनाथ पर निशाना साधा।

सलूजा ने क्या कहा?

सलूजा ने कहा- धर्म और समाज की खातिर यह निर्णय लिया। विभीषण गद्दार और विश्वासघाती कहलाना मंजूर। सलूजा ने कमलनाथ पर सिख समाज पर अत्याचार के आरोप लगाते हुए कहा कि वे 84 के दंगों में शामिल थे।

भाजपा में शामिल होने की थीं अटकलें

इंदौर में खालसा सम्मान विवाद के दौरान उन्हें पद से हटाने के बाद से ही वे पार्टी से नाराज चल रहे थे। जिसके चलते कई दिनों से उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रहीं थीं। वहीं शुक्रवार सुबह अचानक मीडिया को 10 मिनट में सीएम हाउस पहुंचने का आमंत्रण दिया गया। यहां सीएम शिवराज ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।

क्या है पूरा मामला?

ये पूरा मामला इंदौर के खालसा कॉलेज में गुरु नानक जयंती के अवसर पर कमलनाथ के जाने का है, जिसको लेकर वहां विवाद हुआ था। इंदौर के खालसा स्टेडियम में 8 नवंबर को आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस के पूर्व सीएम कमलनाथ को सम्मानित किया गया था। कार्यक्रम में मौजूद कीर्तन गायक मनप्रीत सिंह कानपुरी ने कमलनाथ के जाते ही 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र करते हुए आयोजकों को जमकर फटकार लगाई। हालांकि इस दौरान उन्होंने सीधे तौर पर कमलनाथ के नाम का जिक्र नहीं किया। उन्होंने कहा कि एक ऐसे नेता का सम्मान हो रहा है, जिन्होंने 1984 के दंगों में लोगों को टायर जलाकर मारने वाली भीड़ का नेतृत्व किया।

8 को भी दिया था पार्टी के पदों से इस्तीफा

इससे पहले 8 जून 2022 को भी सलूजा ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कांग्रेस मीडिया विभाग में बदलाव को लेकर नाखुशी जताते हुए इस्तीफा दिया था, जिसे कमलनाथ ने स्वीकार कर लिया था।

मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को भेजे इस्तीफे में सलूजा ने लिखा था- कि माननीय कमलनाथ जी, निवेदन है कि आपके द्वारा 26 मई 2022 को रात्रि में मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की नई टीम घोषित की गई है। मेरी कांग्रेस और आपके प्रति पिछले 30 वर्षों की निष्ठा, ईमानदारी और कार्यों का मुझे बहुत ही अच्छा प्रदइनाम आपने इस सूची में उल्लेखित कर दिया है। मेरा किसी को भी दी गई किसी भी जवाबदारी पर कोई विरोध नहीं है। मैं आपके द्वारा दी गयी किसी भी जवाबदारी का निर्वहन करने में असमर्थ हूं। इसके बाद से ही लग रहा था कि सलूजा कांग्रेस में असहज महसूस कर रहे हैं। हालांकि, बाद में वे कांग्रेस में लौट आए थे।

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