ताजा खबरभोपालमध्य प्रदेश

MP एटीएस की गुजरात में कारवाई, 360 गन बैरल किए जब्त, तस्कर की निशानदेही पर मारे छापे

भोपाल/ सूरत। मध्य प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने गुजरात के सूरत में दबिश देकर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। एटीएस ने पिस्टल बनाने में उपयोग की जाने वाली 360 गन बैरल जब्त की हैं। यह कार्रवाई बड़वानी जिले से हाल ही में गिरफ्तार किए गए हथियार तस्कर की निशानदेही पर की गई है। एटीएस ने पहली बार यह भी खुलासा किया है कि प्रदेश के बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर और धार जिलों के सिकलीगर अब अवैध हथियार बनाने के लिए कच्चा माल दूसरे राज्यों से मंगवाने लगे हैं। एटीएस इस मामले में हथियारों के अवैध निर्माताओं, तस्करी और रॉ मटेरियल सप्लाई करने वालों का भी पता लगा रही है।

सूरत तक जा पहुंची एटीएस

एटीएस ने हाल ही में बड़वानी जिले के खेतिया थाना के ग्राम धावड़ी निवासी सरनाम सिंह सिकलीगर को अवैध हथियारों के कारोबार से जुड़े होने के मामले में सेंधवा से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि वह सूरत के प्रभुनगर क्षेत्र में रहकर अवैध हथियारों के निर्माण में उपयोग होने वाले रॉ मटेरियल और बैरल की सप्लाई एमपी तक करता है। उसकी निशानदेही पर एटीएस ने टीम गठित कर सूरत के हरिनगर उधना में चल रहे योगेश इंजीनियरिंग वर्क्स पर दबिश दी। इस कार्रवाई में 360 बैरल जब्त की गईं जो बंदूक बनाने में उपयोग होती हैं। करीब 10 दिन पहले ही एटीएस ने खरगोन जिले के सिग्नूर में अवैध हथियार निर्माण करने वाली फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई करते हुए यहां से भी 434 बैरल जब्त की थी।

एटीएस कर रही सिकलीगरों की निगरानी

प्रदेश के धार, बड़वानी, खरगोन एवं बुरहानपुर जिलों के सिकलीगरों के सक्रिय 17 डेरों में अवैध हथियारों का निर्माण और बिक्री होती है। इन सिकलीगरों ने अपने बचने के लिए जंगलों से लेकर जमीन के भीतर तक जगह-जगह हथियार बनाने के कारखाने बना रखे हैं। ये सिकलीगर अब तक एमपी के ही अलग अलग शहरों से हथियार बनाने के लिए कच्चा माल लेते थे, जिस पर एटीएस ने अंकुश लगाया है। अब ये सिकलीगर एमपी के बाहर से कच्चा माल मंगाने लगे हैं। एटीएस इस सप्लाई चैन को ही तोड़ना चाहती है। इसके साथ ही एटीएस आतंकी एवं उग्रवादी संगठनों और सिकलीगरों के लिंक को भी तोड़ने की कवायद में जुटी है।

हर महीने आता था 500 गन का रॉ मटेरियल

19 मार्च 2024 को खरगोन जिले के गोगावा थाना क्षेत्र के सिग्नूर में अवैध आर्म्स फैक्ट्री एमपी एटीएस ने दबिश देकर अंतर्राज्यीय नेटवर्क का खुलासा किया था। यह छापा खरगोन से गिरफ्तार किए तस्करों राहुल और गुरुबख्त की निशानदेही पर मारा गया था। वहां से भी बड़ी संख्या में पिस्टल बनाने के लिए अच्छी क्वालिटी की बैरल, कलपुर्जे मिले थे। जांच में पता चला कि हर महीने गुजरात से एमपी में 500 से अधिक बैरल पहुंच रही हैं।

मध्य प्रदेश की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…

संबंधित खबरें...

Back to top button