अशोक गौतम-भोपाल। प्रदेश में हीरा, सोना, चांदी सहित दो दर्जन से अधिक खनिजों के ब्लॉक नीलाम करने के लिए टेंडर बुलाए गए हैं। इसमें दस से अधिक खदानें सिंगरौली जिले में हैं। सतना जिले में नई हीरा भंडार की बड़ी खदान चिन्हित की गई है और इसे भी नीलामी की सूची में शामिल किया गया है। आम तौर पर पन्ना, छतरपुर में ही हीरे का भंडार चिंहित किया गया है। इसी तरह से देवास जिले में चांदी की खदान नीलाम की जा रही है, इस जिले में पहली बार चांदी के बड़े भंडार की खोज के बाद उसे नीलाम किया जा रहा है।
50 हजार लोगों को मिल सकेगा रोजगार
खदानों की नीलामी से प्रदेश में करीब 50 हजार लोगों को सीधे तौर पर रोजगार मिलेगा। सरकार का यह प्रयास होगा कि इन खदानों को लेने वाली कंपनियों को प्रेरित कर उससे प्रदेश में ही प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने के लिए कहा जाए। इससे यहां के ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। बताया जाता है कि जितनी खदानें नीलाम की गई हैं उनमें सोने की तीन, चांदी की चार, एल्यूमीनियम की 7 और हीरे की एक खदान है। बाकी की खदानों में मैग्नीज, बॉक्साइट, आयरनओर, चूना पत्थर, कॉपर सहित अन्य मुख्य खनिज शामिल हैं।
खनिजों की नीलामी में प्रदेश प्रथम स्थान पर
मध्यप्रदेश मुख्य खनिज ब्लॉकों की सर्वाधिक संख्या में नीलामी करने में देश में प्रथम स्थान पर है। मुख्य खनिजों की नीलामी के मामले में मप्र को केंद्र सरकार ने पुरस्कार भी दिए हैं। पिछले वर्ष सरकार ने ग्रेफाइट के 8 खनिज ब्लॉक, रॉक-फॉस्फेट खनिज के 6 ब्लॉक नीलाम किए हैं। मुख्य खनिज के 20 ब्लॉकों की नीलामी के लिए विभाग द्वारा 9 अगस्त 2024 को निविदा जारी की और अब इसके लिए एनआईटी जारी की गई है। कंपनियों से अनुबंध सहित अन्य औपचारिकताओं की प्रकिया चल रही है। इसके अतिरिक्त महत्वपूर्ण खनिज गोल्ड के 4 ब्लॉक, मैग्नीज खनिज के 16 ब्लॉक एवं कॉपर का एक ब्लॉक अभी तक नीलाम किए गए हैं।
प्रदेश के राजस्व में 23 फीसदी की हुई वृद्धि
प्रदेश में वित्तीय वर्ष 2023-24 के मुकाबले खनिज राजस्व संग्रह में 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई, प्रदेश में पहली बार खनिज राजस्व संग्रह 5 अंकों में पहुंच गया। जबकि वित्तीय वर्ष 2023-24 में इस अवधि में 4,958 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे। जबकि वर्ष 2024- 25 में यह प्राप्ति 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक है।
कहां किसकी खदानें
हीरा सतना
सोना सिंगरौली
चांदी सिंगरौली, देवास
एल्यूमिनियम डिंडौरी, अनूपपुर
आयरनओर सिंगरौली, कटनी
मैगनीज कटनी, बालाघाट
इनकी की जा रही खोज : प्रदेश में स्ट्रेटेजिक एवं क्रिटिकल मिनरल, मुख्यत: रॉक-फास्फेट, ग्रेफाइट, ग्लूकोनाइट, प्लेटिनम एवं दुर्लभ धातु (आरईई) के लिए कार्य किया जा रहा है। इसके अंतर्गत 11 क्षेत्रों पर अन्वेषण कार्य किया जा रहा है।
अवैध खनन रोकने के लिए ये प्रयास किए
- प्रदेश में 41 ई-चेकगेट की स्थापना।
- ई-चेकगेट पर वेरीफोकल कैमरा, ऑटोमेटिक नम्बर प्लेट रीडर की सहायता से खनिज परिवहन में शामिल वाहन की जांच की सुविधा।
- उपग्रह और ड्रोन आधारित परियोजना प्रारंभ की गई।
- 7 हजार खदानों को जियो टैग देकर खदान क्षेत्र का सीमांकन
- खनिज खोज के क्षेत्र में भी प्रदेश प्रथम स्थान पर है।