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राजधानी में तीन महीने में 1700 से ज्यादा सड़क हादसे हुए, इनमें से 425 नशे में वाहन चलाने की वजह से

108 एंबुलेंस द्वारा जारी की गई तिमाही रिपोर्ट से सामने आई जानकारी

भोपाल। राजधानी में बीते तीन महीने में 1,702 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। इनमें से एक चौथाई यानी करीब 425 हादसे नशे में वाहन चलाने की वजह से हुए। यही नहीं, इनमें से इलाज के दौरान 17 लोगों की जान भी चली गई। यह जानकारी जय अंबे इमरजेंसी सर्विसेज (जेएईएस) 108 एंबुलेंस के पिछले तीन महीनों (अप्रैल, मई और जून) की रिपोर्ट से सामने आई है। हमीदिया अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक, सड़क दुर्घटना का हर चौथा मामला शराब या अन्य नशे के कारण होता है।

108 एंबुलेंस के अधिकारियों के मुताबिक, इन तीन महीनों में हुए हादसों का एनालिसिस करने पर सामने आया कि करीब 70 फीसदी बाइक चालक हेलमेट नहीं पहने हुए थे। इस कारण दुर्घटना होने पर इनके सिर में गंभीर चोट आई थी। डॉक्टरों का भी मानना है कि अगर दुपहिया वाहन चालक गाड़ी चलाते समय हेलमेट का उपयोग करें, तो हादसों के दौरान उनके बचने की संभावना 50 फीसदी बढ़ जाती है। दुर्घटना के दौरान 80 फीसदी मृत्यु सिर में गंभीर चोट लगने से होती है।

बीते साल हुजूर तहसील में सर्वाधिक 1814 हादसे हुए

राजधानी होने के बावजूद भोपाल बीते साल सड़क दुर्घटना के मामले में प्रदेश में पांचवें स्थान पर रहा था। यहां 2,382 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं। इसमें हुजूर तहसील में 1,814, बैरसिया में 242 और कोलार में 138 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं। इनमें से 70 फीसदी दुर्घटनाएं साफ मौसम में हुई थीं। अधिकारियों का कहना है कि आसमान साफ होता है तो वाहन चालक दूर तक देख पाते हैं। ऐसे में स्पीड बढ़ा देते हैं। इस वजह से टायर फटने, मवेशी आने, नियंत्रण खो देने जैसी घटना हो सकती है।

बीते साल की तुलना में डेढ़ गुना बढ़े हादसे

जेएईएस की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में इन तीन महीनों में 1,061 सड़क हादसे हुए थे। वहीं 2024 में इसी अवधि में यह आंकड़ा बढ़कर 1,702 हो गया है। इस तरह बीते साल से तुलना करें, तो हादसे करीब डेढ़ गुना तक बढ़ गए हैं।

108 एंबुलेंस के माध्यम से लगातार घायलों को अस्पताल पहुंचाया जाता है। बीत साल की तुलना में इस साल सड़क दुर्घटना के मामले कहीं ज्यादा बढ़ गए हैं। -तरुण सिंह परिहार, सीनियर मैनेजर, जय अंबे इमरजेंसी सर्विसेज

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