नई दिल्ली। सितंबर में टाटा ग्रुप के सायरस मिस्त्री की सड़क हादसे में मौत के बाद से चौपहिया वाहनों में सीट बेल्ट को लेकर चर्चा तेज है। इस बीच एक केंद्र सरकार की एक रिपोर्ट में सामने आया है कि 2021 में सीट बेल्ट नहीं पहनने के कारण 16,397 लोगों की मौत हो गई। यानी हर दिन सड़क हादसों में तकरीबन 45 लोगों की मौत सीट बेल्ट न पहनने की वजह से हुई। यह आंकड़े केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (MORTH) की रिपोर्ट में सामने आए हैं। भारत में सड़क दुर्घटनाएं शीर्षक से प्रकाशित इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सीट बेल्ट न पहनने से जिनकी मौतें हुईं, उनमें से 8,438 वाहन चालक थे और बाकी 7,959 यात्री थे।
रिपोर्ट के मुताबिक हेलमेट नहीं पहनने के कारण 2021 में 46,593 लोगों की मौत हुई। इनमें से 32,877 वाहन चालक 13,716 यात्री थे। पूरे साल में कुल 4,12,432 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 1,53,972 लोगों की मौत हो गई, और 3,84,448 लोग घायल हुए। रिपोर्ट के अनुसार 2021 में हेलमेट नहीं पहनने के कारण 93,763 लोग घायल हुए और सीट बेल्ट नहीं पहनने के कारण 39,231 लोग घायल हुए।
सीट बेल्ट के चलते ही हुई थी सायरस मिस्त्री की मौत
4 सितंबर को टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष सायरस मिस्त्री की मौत सड़क दुर्घटना में हुई थी। मिस्त्री की कार महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक डिवाइडर से टकराकर गई थी। कार में मिस्त्री के साथ पीछे की सीट पर उनके दोस्त जहांगीर पंडोले बैठे थे। जांच में सामने आया था कि मिस्त्री ने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी। डिवाइडर से जबरदस्त टक्कर के बाद कार की काफी स्पीड में होने के कारण उन्हें गंभीर चोट आई। हादसे में मिस्त्री और पंडोले दोनों की मौत हो गई थी।
पीछे की सीट पर बेल्ट न पहनने पर 1000 रुपए जुर्माना
केंद्रीय मोटर वाहन नियम (CMVR) के नियम 138(3) के तहत पीछे की सीट पर बैठे यात्री यदि सीट बेल्ट नहीं लगाते हैं तो 1,000 रुपए का जुर्माना हो सकता है। हालांकि, अधिकांश लोगों को यह नियम मालूम नहीं है या फिर वे इस पर ध्यान नहीं देते। यही नहीं, ज्यादातर शहरों में पीछे की सीट बेल्ट पर चालान न के बराबर होते हैं।
पिछले साल दिल्ली में सर्वाधिक मौतें
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में मौत के सर्वाधिक मामले दिल्ली में (1,239) आए। दूसरे नंबर पर 998 मौतों के साथ चेन्नई है। बेंगलुरु में इस तरह के 654 मामले दर्ज किए गए। भारत में सड़क दुर्घटनाएं-2021 शीर्षक वाली रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में भारत के 50 शहरों में हुई सड़क हादसों में मौतों के सर्वाधिक 43.13 फीसदी मामले 10 शहरों में आए। ये शहर दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु, जयपुर, कानपुर, आगरा, इलाहाबाद, इंदौर, रायपुर और जबलपुर हैं।