
उमरिया। बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में टाइगर, बर्ड के बाद पहली बार दो दिवसीय बटरफ्लाई सर्वे शनिवार को संपन्न हो गया। उप संचालक पीके वर्मा ने बताया कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पहली बार तितली सर्वेक्षण आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि यहां पानी और नमी वाले क्षेत्रों में तितलियां पाई जाती हैं। सदस्यों ने लगभग दस किलोमीटर से अधिक क्षेत्र का पैदल चलकर सर्वे किया है।
सर्वेक्षण में प्राप्त प्राथमिक जानकारी के अनुसार 100 से अधिक तितलियों की प्रजातियां रिकॉर्ड की गई हैं। इनमे से कुछ दुर्लभ प्रजातियां भी हैं, जो आसानी से नहीं दिखतीं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने तितलियों के संरक्षण हेतु वाइल्डलाइफ नेचर कंजर्वेसी की सहायता से यह सर्वे संपन्न करवाया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन की ओर से क्षेत्र संचालक गौरव चौधरी, उप संचालक पीके वर्मा, सहायक संचालक पनपथा एफएस निनामा, सहायक संचालक मानपुर बीएस उप्पल, समस्त परिक्षेत्राधिकारी एवं स्टाफ मौजूद रहा।
छह राज्यों से आए 60 प्रतिभागी
उप संचालक पीके वर्मा ने बताया कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सभी 9 परिक्षेत्रों में नोएडा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, छग, गुजरात, कर्नाटक आदि राज्यों से आए 60 से अधिक प्रतिभागियों ने कैंपों में रुक कर 2 दिन तक तितलियों का सर्वे किया। सर्वेक्षण के दौरान 100 से अधिक दुर्लभ तितलियों की प्रजातियां रिकॉर्ड की गई हैं, जिनमें कॉमन रेड ऑई, ब्लैक राजा, फॉरगेट मी नॉट, किंग क्रो, इंडियन डार्टलेट आदि शामिल हैं।