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इंदौर : मोहसिन खान को पुलिस ने रिमांड पर लेकर की पूछताछ, ऑडियो सुनते ही कबूली रिश्वत की बात, उसका भाई भी गिरफ्तार

इंदौर। अन्नपूर्णा पुलिस ने मंगलवार को राइफल कोच मोहसिन खान को जेल से रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की। मोहसिन पर कई छात्रों से धोखाधड़ी और गैंगरेप का भी आरोप है। पूछताछ के दौरान जब एक फरियादी से उसका आमना-सामना करवाया गया, तो पहले उसने पैसों के लेन-देन से इनकार किया, लेकिन जब ऑडियो रिकॉर्डिंग सुनाई गई तब उसने कहा, “मैंने 2.80 लाख नहीं, सिर्फ 1.80 लाख लिए थे।”

पहले इनकार, फिर कबूल किया पैसा लेना

24 मई को इंदौर में मोहसिन के खिलाफ एक छात्र ने धोखाधड़ी की FIR दर्ज करवाई थी। मंगलवार को पुलिस ने मोहसिन को गैंगरेप मामले में भी जेल से रिमांड पर लिया और उससे पूछताछ शुरू की। जब फरियादी ध्रुव से उसका आमना-सामना करवाया गया, तो पहले मोहसिन ने आरोपों से इनकार कर दिया।

ध्रुव ने बताया कि मोहसिन ने उससे राइफल के नाम पर 2 लाख 80 हजार रुपए लिए थे। जब मोहसिन को उसकी ही बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग सुनाई गई, तो वह पहले अपनी आवाज पहचानने से भी मुकर गया। लेकिन अधिकारियों के दबाव में आखिरकार उसने स्वीकार किया कि तुमने मुझे 1.80 लाख दिए थे।

अंतिम भुगतान का कोई दस्तावेज नहीं

मोहसिन ने फरियादी को सिर्फ दो रसीदें दी थीं। तीसरी रसीद, जिसमें एक लाख का भुगतान हुआ था वह कभी सौंपी ही नहीं गई। शायद उसे इस बात का भरोसा था कि पुलिस जांच की स्थिति में फरियादी के पास पूरे साक्ष्य नहीं होंगे। लेकिन ऑडियो रिकॉर्डिंग ने सच्चाई उजागर कर दी।

इमरान की देर रात गिरफ्तारी

मामले में मोहसिन के दोनों भाइयों इमरान और साजिद की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। इमरान को मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन उसका और साजिद का नंबर पिछले बुधवार से बंद है। कभी-कभी यह नंबर ऑनलाइन दिखते हैं, लेकिन कॉल नहीं लगती। साजिद का नाम ट्रूकॉलर पर शाहिद दिखता है।

फर्जी शूटिंग एकेडमी चलाने का आरोप

पुलिस के मुताबिक, इमरान और साजिद ने पीथमपुर और धार क्षेत्र में फर्जी शूटिंग एकेडमी खोलकर कई बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया है। मोहसिन खान इन तीनों भाइयों में सबसे छोटा है और पुलिस सूत्रों के अनुसार वह अत्यधिक अय्याश प्रवृत्ति का है।

किट के बिना शूटिंग की तैयारी

मोहसिन पर आरोप है कि वह छात्रों से बिना किट के पूरे साल राइफल शूटिंग की तैयारी करवाता था। जब प्रतियोगिता की तारीख नजदीक आती, तभी दो पुरानी किट से कुछ छात्रों को अभ्यास करवाया जाता।

राइफल शूटिंग में ड्रेस (किट) अनिवार्य होती है, खासकर डिस्ट्रिक्ट और स्टेट लेवल की प्रतियोगिताओं में। लेकिन छात्रों को वह कभी भी अपनी किट नहीं दिलवाता था, जिससे प्रतियोगिता में चयन की संभावना बेहद कम हो जाती थी।

नेशनल प्रतियोगिताओं में भी की ठगी

मोहसिन 2017-2018 में अपने कुछ छात्रों को मुंबई, फिर केरल और अंत में तिरुवनंतपुरम भी लेकर गया था। तिरुवनंतपुरम की नेशनल प्रतियोगिता ईलेक्ट्रॉनिक रेंज पर हुई थी, जहां किसी भी छात्र का चयन नहीं हो पाया। राइफल शूटिंग में ईलेक्ट्रॉनिक रेंज पर अभ्यास और खुद की किट होना जरूरी होता है, क्योंकि वह शरीर के अनुसार फिट होती है। छात्र एक-दूसरे की किट नहीं पहनते, लेकिन मोहसिन ने इस नियम की लगातार अनदेखी की।

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