
आइजोल।मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों के लिए मंगलवार को मतदान हो गया है। वोटिंग सुबह 7 बजे शुरू हुई और शाम 4 बजे खत्म गई। राज्य में 77.73 फीसदी मतदान हुआ है।
सेरछिप में सबसे ज्यादा 77.78 फीसदी तो सियाहा में सबसे कम 52.02 फीसदी मतदान हुआ। आइजोल में 65.06% वोटिंग हुई। मिजोरम में 2018 के विधानसभा चुनाव में 81.61% वोट पड़े थे।
तीन बजे तक 69.87% मतदान
मिजोरम में दोपहर तीन बजे तक 69.87% मतदान हुआ। चुनाव आयोग की ओर से यह जानकारी सामने आई है।
1 बजे तक 52.73 फीसदी वोटिंग
मिजोरम में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर एक बजे तक 52.73 फीसदी वोटिंग हुई है। गौरतलब है कि राज्य में कुल 8,51,895 लाख मतदाता हैं। वहीं, कुल मतदान केंद्रों की संख्या 1,276 है।
11 बजे तक 32.68 प्रतिशत वोटिंग
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, सुबह 11 बजे तक 32.68 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। मिजोरम के 11 जिलों में लॉन्गतलाई में सबसे ज्यादा मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया। अधिकारियों के मुताबिक, सुबह 11 बजे तक लॉन्गतलाई में 39.88 प्रतिशत, खौझौल में 36.98 प्रतिशत और सेरचिप में 36.86 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया।
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, सैतुल में शुरुआती 4 घंटों में सबसे कम 26.15 प्रतिशत, आइजोल में 29.62 प्रतिशत और लुंगलेई में 30.55 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
#WATCH मिजोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा ने मिजोरम विधानसभा चुनाव 2023 के लिए आइजोल उत्तर-द्वितीय विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला।#MizoramElections2023 pic.twitter.com/lxXuWwyPEH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 7, 2023
मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने डाला वोट
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि आइजोल में एक मतदान केंद्र में ईवीएम में तकनीकी खामी की खबर आई, जहां मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने वोट डाला है। उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री सुबह रामलुन वेंगलई प्राइमरी स्कूल में बने मतदान केंद्र में गए लेकिन उस समय ईवीएम काम नहीं कर रही थी। इसलिए वह घर लौट गए और वोट डालने सुबह 9 बजकर 40 मिनट पर फिर आए।”
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष लालसावता ने भी सुबह 7 बजकर 40 मिनट पर अपने आइजोल पश्चिम-तृतीय निर्वाचन क्षेत्र में बने एक मतदान केंद्र पर वोट डाला। मिजोरम में 1,276 मतदान केंद्रों में से 149 सुदूर मतदान केंद्र हैं, जबकि अंतरराज्यीय एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा के आसपास के करीब 30 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है।
राज्य में 7,200 कर्मियों को किया तैनात
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं और स्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए राज्य भर में 7,200 कर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि मिजोरम विधानसभा के लिए मतदान से पहले म्यांमा से लगी 510 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा और बांग्लादेश से लगी 318 किलोमीटर लंबी सीमा को सील कर दिया गया है। मतगणना तीन दिसंबर को होगी।
174 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला
राज्य के 8.57 लाख से अधिक मतदाता 174 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला करेंगे। इनमें 4.39 लाख महिला मतदाता शामिल हैं।
कांग्रेस ने सभी सीटों, भाजपा 23 सीटों पर उतारे उम्मीदवार
मिजोरम के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच. लियानजेला ने बताया कि मतदान ‘‘शांतिपूर्ण चल रहा है और अभी तक कानून एवं व्यवस्था की स्थिति में कोई दिक्कत नहीं है।” सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), मुख्य विपक्षी दल जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 23 सीट पर चुनाव लड़ रही है और आम आदमी पार्टी (आप) ने चार विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं। इसके अलावा 27 निर्दलीय उम्मीदवार हैं।