
भोपाल। मप्र के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह एक बार फिर चर्चाओं में हैं। उन्होंने सावरकर को लेकर एक बयान साझा किया है। जिसके बाद सियासी हलचल पैदा हो गई। इस बयान पर पलटवार करते हुए मंत्री ने विश्वास सारंग कहा है कि इससे शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण कुछ नहीं होगा। दिग्विजय सिंह अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं।
मानसिक स्तर खत्म हो चुका है : मंत्री सारंग
दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट के साथ जो बयान साझा किया है। जिस पर मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने पलटवार किया। अपनी प्रतिक्रिया में कहा, महान क्रांतिकारी पर इस तरह की बातें करना दुर्भाग्यशाली है। इससे शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण कुछ नहीं होगा। जहां तक दिग्विजय सिंह की बात है, वे मीडिया में सुर्खियां बने रहने के लिए इस तरह की बातें करते हैं। वीर सावरकर ने देश की आजादी के लिए जो कुछ किया, उसके लिए दिग्विजय सिंह जैसे छोटे लोगों का मानसिक स्तर पूरी तरीके से समाप्त हो चुका है। दिग्विजय सिंह अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। उनके सार्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। वीर सावरकर और उनके भाई कालापानी में रहकर देश की आजादी के लिए संघर्ष किया है।
दिग्विजय सिंह ने क्या कहा है
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा है, ‘सावरकर जी पर कुछ और तथ्य सामने आए हैं। सुनना चाहेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने इसके साथ एक वीडियो भी साझा किया है। इसमें वक्ता सावरकर को लेकर कह रहा है कि सावरकर को पहली चार माह की सजा 1908 में एक अंग्रेजी महिला से रेप करने की कोशिश के आरोप पर हुई थी।