
इंदौर। महू में आदिवासी युवती से कथित तौर पर बलात्कार के बाद हत्या और फायरिंग में युवक की मौत के मामले में राजनीति गरमा रही है। एक तरफ जहां मध्य प्रदेश विधानसभा में आज कांग्रेसियों द्वारा इस मुद्दे पर हंगामा कर दिया, वहीं दूसरी तरफ मृत युवक-युवती के परिजनों पर मामला दर्ज कर दिया गया। कांग्रेस का आरोपी है कि सरकार आदिवासियों के साथ अन्याय कर रही है। इस मामले में पीसीसी चीफ एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कल महू और खरगोन जाएंगे। आदिवासी युवती एवं युवक की हत्या को लेकर पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे।
महू में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे कैलाश विजयवर्गीय
महू में फायरिंग में मारे गए आदिवासी युवक के घर पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय। यहां उन्होंने मृत आदिवासी युवक के घर जाकर परिजनों से बात की। इसके साथ ही अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त कर क्षेत्र के आदिवासियों की समस्याओं को जाना और संबंधित अधिकारी से त्वरित निराकरण करने को कहा। मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। पुलिसकर्मी दोषी पाए जाएंगे तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
मृत आदिवासी युवक-युवती के परिजनों पर FIR
महू में आदिवासी युवती से कथित तौर पर बलात्कार के बाद हत्या और फायरिंग में युवक की मौत के मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। मृतक आदिवासी युवती के माता-पिता पर आईपीसी की धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया गया है, इसके साथ ही फायरिंग में गोली लगने से हुई भेरूलाल की मौत के बाद उसके परिजनों के खिलाफ भी 307 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
सीएम ने किया मुआवजे का ऐलान
महू घटनाक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को मुआवजे का ऐलान किया। गोली लगने से मौत के मामले में भेरूलाल पाटीदार के परिजनों को 10 लाख की सहायता राशि, बड़े बेटे को सरकारी नौकरी मिलेगी और परिवार को पीएम आवास मिलेगा। इसके साथ ही पूरे मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए।
सीएम के निर्देशानुसार तीन बच्चों की समुचित शिक्षा हेतु जनजातीय छात्रावास में संपूर्ण व्यवस्था और मृतक के दाह संस्कार हेतु नकद 20 हजार रुपए की राशि प्रदान की जाएगी। पीड़ित परिवार के पास प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पहले से आवास है। उसे रिनोवेट कराने की व्यवस्था की जाएगी।
ग्रामीण क्षेत्र में धारा 144 लागू
महू के पास डोंगरगांव में युवती की मौत के बाद गुस्साए परिजनों के हंगामे के बाद धारा 144 लगा दी गई है। आईजी राकेश गुप्ता ने बताया कि, थाने में परिजनों द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी की युवती की करंट लगने से मौत हुई है। पुलिस ने तुरंत पोस्टमार्टम के बाद 302 का मामला दर्ज किया था। बुधवार देर रात गुस्साए परिजनों ने आरोपी को स्वयं सजा देने की बात कही। इस दौरान कुछ उपद्रवी तत्वों ने बवाल भी मचाया। युवती की उम्र 22 साल की थी और उसकी करंट लगने से ही मौत हुई थी।
क्या है पूरा मामला
धार जिले के धामनोद क्षेत्र में रहने वाली युवती की बड़गोंदा थाना क्षेत्र में संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। मृतक युवती के परिजनों द्वारा यह आरोप लगाया गया कि उनके परिवार की लड़की के साथ पाटीदार समाज के युवकों ने गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी है। पुलिस ने आदिवासी लोगों की रिपोर्ट नहीं लिखी। पोस्टमार्टम के बाद जब परिजनों को शव सौंपा गया, तो उन्होंने शव रखकर चक्काजाम किया और आरोपियों को समाज के लोगों को सौंपने की बात कही। जिस पर पुलिस ने कानून अपने हाथ में न लेने की बात कही। पुलिस का कहना था कि, FIR हो चुकी है और आरोपी की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। लेकिन आदिवासी समाज के लोग नहीं माने और डोंगरगांव पुलिस चौकी को चारों तरफ से घेर लिया।
फायरिंग में युवक की मौत
आदिवासी युवती की मौत से गुस्साए लोगों ने बुधवार देर रात महू के बड़गोंदा थाना क्षेत्र की डोंगरगांव पुलिस चौकी पर पथराव कर दिया। पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की। घटना के बाद चार थाना क्षेत्रों का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। वहीं एसडीएम तहसीलदार सहित कई बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे। लेकिन आदिवासी लोगों का आक्रोश देखने के बाद पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। इसके साथ ही हवाई फायर भी किए। इस पूरी घटना में 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं, गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई। जिस युवक की मौत हुई है, उसकी पहचान 18 वर्षीय आदिवासी युवक भेरूलाल के रूप में हुई है। युवक छोटी जाम का रहने वाला बताया जा रहा है।
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