मुरैना। ग्वालियर और मुरैना क्षेत्रवासियों को एक बड़ी सौगात देते हुए रविवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मेमू ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इसी के साथ जौरा से ग्वालियर-जौरा-कैलारस तक के लिए मेमू ट्रेन को शुरू कर दिया गया है। अब लोग सिर्फ 1.5 घंटे में ग्वालियर से कैलारस तक का सफर तय कर सकते हैं। इस ट्रेन सेवा के शुरू होने से सबलगढ़, कैलारस और जौरा के लोगों को यात्रा में सुविधा होगी और क्षेत्रीय विकास को एक नई दिशा मिलेगी।
कार्यक्रम का वर्चुअल उद्घाटन करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि दिसंबर 2025 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिन तक इस ट्रेन को श्योपुर तक चलाने के लिए शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान कार्यक्रम में मंत्री सिंधिया के साथ विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, सांसद शिवमंगल सिंह तोमर, जिला अध्यक्ष योगेश पाल गुप्ता और अन्य भाजपा पदाधिकारी मौजूद रहे।
सिर्फ 1.5 घंटे का होगा ग्वालियर से कैलारस का सफर
मात्र 1.5 घंटे में कैलारस से सीधा ग्वालियर बहुत कम व्यय में पहुंच सकते हैं। इस ट्रेन के चलन से सबलगढ़, कैलारस और जौरा के लोगों को बड़ी राहत भी मिलेगी और क्षेत्रीय प्रगति को एक नई शक्ति भी मिलेगी। यात्री मेमू ट्रेन से केवल 10 रुपए में जौरा से कैलारस तक का सफर कर सकेंगे। वहीं, ग्वालियर से जौरा तक ट्रेन का किराया 15 रुपए है।
ट्रेन क्षेत्र की प्रगति के लिए अहम है
इस ट्रेन सेवा के विस्तार की शुरुआत केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की थी। उन्होंने अगस्त 2024 में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर ग्वालियर से जौरा तक चलने वाली मेमू ट्रेन का विस्तार कैलारस तक करने की मांग की थी। महज एक महीने के भीतर रेल मंत्रालय ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी और दो महीने के भीतर इस परियोजना का उद्घाटन भी कर दिया। सिंधिया ने अपने प्रयासों के बारे में बताते हुए कहा कि यह परियोजना उनके लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि यह केवल क्षेत्रीय यात्रियों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की प्रगति के लिए भी अहम है।
अब श्योपुर और कोटा तक जोड़ने की जरूरत
उद्घाटन के दौरान केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से एक और बड़ी मांग की। उन्होंने कहा, “अब हमें इस रेल लाइन को कैलारस से श्योपुर और श्योपुर से आगे कोटा तक जोड़ने की जरूरत है, ताकि यात्रा की सुविधा और ज्यादा बढ़ सके।” सिंधिया ने इसे एक महत्वाकांक्षी परियोजना के रूप में प्रस्तुत किया और अपने सहयोगी मंत्रियों नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस परियोजना को पूरा करने में योगदान दिया।
सिंधिया ने अपने पिता और पूर्व रेल मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया के योगदान का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि कैसे उनके पिता ने ग्वालियर से श्योपुर तक के रेल मार्ग को नैरो गेज से ब्रॉड गेज में परिवर्तित किया था और ग्वालियर से कई नई ट्रेनों की शुरुआत की थी। सिंधिया ने कहा, “आज मेरे पिता का सपना पूरा हो रहा है। यह उनकी सोच और कड़ी मेहनत का परिणाम है कि आज ग्वालियर से कैलारस तक सीधी रेल सेवा उपलब्ध है।”