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भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी गिरफ्तारी : बेल्जियम पुलिस ने भेजा जेल, PNB में 13,500 करोड़ रुपए का किया था लोन फ्रॉड

ब्रुसेल्स। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से जुड़े 13,500 करोड़ रुपए के बहुचर्चित घोटाले के मुख्य आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की वर्षों की मेहनत का नतीजा मानी जा रही है। चोकसी को 12 अप्रैल 2025 को बेल्जियम के एंटवर्प शहर में गिरफ्तार किया गया, जहां वह अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ रह रहा था।

कैसे हुई गिरफ्तारी?

बेल्जियम पुलिस ने मेहुल चोकसी को सीबीआई की अपील पर गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के वक्त पुलिस ने मुंबई की एक अदालत द्वारा जारी किए गए दो पुराने अरेस्ट वारंट का हवाला दिया। जिनकी तारीखें 23 मई 2018 और 15 जून 2021 की थीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चोकसी उस वक्त एक अस्पताल में भर्ती था और वहीं से उसे हिरासत में लिया गया।

कैसे मिला था बेल्जियम का रेजिडेंसी कार्ड

मेहुल चोकसी ने नवंबर 2023 में बेल्जियम का ‘एफ रेजिडेंसी कार्ड’ हासिल किया था। यह कार्ड उसकी बेल्जियन नागरिक पत्नी प्रीति चोकसी की मदद से प्राप्त किया गया था। आरोप है कि, चोकसी ने रेजिडेंसी पाने के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया और अपनी भारतीय और एंटीगुआ की नागरिकता को छिपाया।

भारत ने शुरू की प्रत्यर्पण की प्रक्रिया

भारत सरकार ने बेल्जियम से मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सीबीआई और ईडी ने पहले ही चोकसी के खिलाफ कई चार्जशीट दाखिल की हैं और उसे भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित करने की प्रक्रिया भी जारी है। हालांकि, चोकसी के वकील कोर्ट में उसकी खराब सेहत (ब्लड कैंसर) का हवाला देकर प्रत्यर्पण टालने की कोशिश कर सकते हैं।

भतीजे के साथ मिलकर की धोखाधड़ी

मेहुल चोकसी ने अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक से करीब 13,500 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की। जनवरी 2018 में घोटाले के उजागर होने से ठीक पहले, दोनों भारत से फरार हो गए। चोकसी ने 2017 में ही एंटीगुआ और बारबूडा की नागरिकता ले ली थी और वहां बस गया था।

डोमिनिका में 51 दिन जेल में बिताए

मई 2021 में चोकसी एंटीगुआ से लापता हुआ और बाद में उसे डोमिनिका में अवैध प्रवेश के आरोप में गिरफ्तार किया गया। वहां उसने दावा किया कि, भारतीय एजेंसियों ने उसका अपहरण किया। 51 दिनों तक जेल में रहने के बाद उसे खराब स्वास्थ्य के आधार पर बेल दी गई और एंटीगुआ लौटने की अनुमति मिली।

रेड कॉर्नर नोटिस हटाने की कोशिश

मार्च 2023 में इंटरपोल ने चोकसी के खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस को हटा दिया था। चोकसी ने इंटरपोल में दलील दी थी कि उसके खिलाफ केस राजनीतिक साजिश है और उसका अपहरण हुआ था। इससे भारत की प्रत्यर्पण की कोशिशों को उस समय झटका लगा था।

भारत में जब्त की गई संपत्तियां

ईडी ने 2018 में चोकसी की 1,217 करोड़ रुपये की 41 संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त किया था। इसमें मुंबई के पॉश इलाके के फ्लैट, कोलकाता का मॉल, मुंबई-गोवा हाईवे की जमीन, तमिलनाडु, नासिक, नागपुर, आंध्र प्रदेश में फैली संपत्तियां और सूरत का कार्यालय शामिल हैं।

कहां है नीरव मोदी ?

मेहुल चोकसी का भतीजा नीरव मोदी भी इस घोटाले में सह-आरोपी है और लंदन में प्रत्यर्पण की कानूनी प्रक्रिया का सामना कर रहा है। भारत सरकार लगातार उसके प्रत्यर्पण की कोशिश में लगी हुई है।

अब आगे क्या?

बेल्जियम की अदालत में अब कानूनी प्रक्रिया चलेगी। चोकसी की सेहत, नागरिकता और दस्तावेजों की वैधता जैसे मुद्दों पर सुनवाई हो सकती है। हालांकि, भारतीय एजेंसियों को उम्मीद है कि उन्हें जल्द सफलता मिलेगी और चोकसी को भारत लाकर कानून के कटघरे में खड़ा किया जा सकेगा।

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