
मध्यप्रदेश में एक बार फिर झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया है। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव क्षेत्र के चलते प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने कई संभागों और जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की है। गुरुवार को भोपाल में बादल छाए रहे। वहीं ग्वालियर, मुरैना, गुना, शिवपुरी, भिंड, दतिया और अनूपपुर में बारिश हो रही है।
कहां-कितनी बारिश हुई ?
पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के रीवा, शहडोल, सागर, जबलपुर, नर्मदापुरम, भोपाल, चंबल एवं ग्वालियर संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, उज्जैन संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर तथा इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश दर्ज की गई है।
खण्डवा में 19, कुंडम में 11, अजयगढ़, घाटीगांव में 9, वारासिवनी, बामौरी, विजयपुर, बैतूल में 8, बनखेड़ी, बाबई, पिपरिया, सिवनीमालवा, मिहोना में 7, बेनीबारी, कटनी, अमरपाटन, बाजाग, मौ, भैंसदेही, गोहद में 6 सेमी. पानी गिरा है।
मौसम विभाग का अलर्ट !
मौसम विभाग का पूर्वानुमान कहता है कि अगले 24 घंटों के दौरान नर्मदापुरम, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, रीवा, सागर, शहडोल एवं जबलपुर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर बारिश या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
येलो अलर्ट
चंबल संभाग के जिलों में तथा दतिया, ग्वालियर, गुना, आगर, शाजापुर, झाबुआ, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, बैतूल, मंडला, बालाघाट, छतरपुर, टीकमगढ़ एवं निवाड़ी जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने इन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।
10 संभागों में बिजली गिरने की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार रीवा, सागर, शहडोल, जबलपुर, नर्मदापुरम, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना है।
जल्द होगी मानसून की विदाई
मौसम विभाग के अनुसार, मुरैना, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में अतिभारी बारिश की संभावना है। वहीं, इंदौर, भोपाल में भी झमाझम के आसार हैं। बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया सिस्टम के कारण प्रदेश में 23 सितंबर तक कई जिलों में बारिश के आसार है। इससे ग्वालियर, चंबल और बुंदेलखंड के साथ बघेलखंड के कई जिलों में बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी के सिस्टम का असर 24 सितंबर तक रहेगा। इस सिस्टम के गुजर जाने के बाद मानसून की वापसी शुरू हो जाएगी।
राजस्थान में मानसून की विदाई के लिए प्रति चक्रवात बन रहा है। सितंबर के अंतिम सप्ताह में मध्यप्रदेश के कुछ क्षेत्रों से मानसून विदा होने की शुरुआत होने की भी संभावना है।