मुंबई। गीतकार मनोज मुंतशिर इन दिनों अक्षय कुमार की फिल्म ‘केसरी’ के गाने ‘तेरी मिट्टी’ को लेकर काफी सुर्खियों में हैं। मशहूर लेखक और गीतकार मनोज मुंतशिर पर हाल ही एक कविता चोरी करने का आरोप लगा। अब उनपर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने फिल्म ‘केसरी’ के गाने ‘तेरी मिट्टी’ को एक पाकिस्तानी सॉन्ग से कॉपी किया है। सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है कि उन्होंने ‘तेरी मिट्टी’ को साल 2005 में आए एक पाकिस्तानी गाने से चुराया है। अब इस पर मनोज ने जवाब दिया है। उनका कहना है कि लोग उनके साथ ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने मुगलों के खिलाफ वीडियो बनाया था।
‘तेरी मिट्टी’ पर ये बोले मनोज
मनोज मुंतशिर इस वक्त सोशल मीडिया पर ट्रोल किए जा रहे हैं। उनपर एक अंग्रेजी की कविता कॉपी करने का आरोप है। वहीं अब उनके केसरी फिल्म के फेमस गाने ‘तेरी मिट्टी’ को लेकर लगे आरोप पर उनका कहना है कि, जो लोग ये आरोप लगा रहे हैं पहले वीडियो देख लें। इस वीडियो को केसरी रिलीज होने के कई महीने बाद अपलोड किया गया था।
A Baloch singer Wahab Bugti from #DeraBugti singing 'Teri Mitti' song. For music he has his local instrument the 'Rubab'. #Bollywood #Baloch #Balochistan @BPraak @akshaykumar @ParineetiChopra
(video via @Zarina_Baloch) pic.twitter.com/ap0Ad4aOKO— Geeta Mohan گیتا موہن गीता मोहन (@Geeta_Mohan) December 23, 2020
मैं हमेशा के लिए लिखना छोड़ दूंगा
मीडिया से बात करते हुए मनोज कहते हैं, ‘आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि सिंगर भी पाकिस्तानी नहीं बल्कि हमारे देश की हैं। उनका नाम गीता रबारी है। आप उनसे भी पूछ सकते हैं। अगर ये साबित हो जाए कि तेरी मिट्टी गाना किसी भी गाने की कॉपी है तो मैं हमेशा के लिए लिखना छोड़ दूंगा। उनका कहना है कि लोग इसलिए ये सब कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने मुगलों के खिलाफ वीडियो बनाया है।’
ये है कविता के अनुवाद का मामला
मनोज पर जो कविता कॉपी करने का आरोप है वह 2007 में आई किताब लॉस्ट लव से है। सोशल मीडिया पर लोगों ने मनोज की कविता और ओरिजिनल कविता को शेयर करके उन्हें ट्रोल किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जब मनोज मुंतशिर से इस बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि, यह बात मेरी हर कविता, हर रचना के लिए कही जा सकती है। मेरी कोई भी रचना शत-प्रतिशत मौलिक नहीं है क्योंकि भारतवर्ष में सिर्फ दो मौलिक रचनाएं हैं, रामायण और महाभारत।
राष्ट्रभक्त .भारतीय संस्कृति के अनन्य समर्थक, घोर धार्मिक, सबसे महान फ़िल्मी
गीतफरोश @manojmuntashir जी कमाल करते हैं. वाणी प्रकाशन @Vani_Prakashan से प्रकाशित उनकी पुस्तक 'मेरी फ़ितरत है मस्ताना' की एक कविता उन्होंने अभी लिखी पर उसका अनुवाद वर्षों पहले ही इंग्लिश में हो गया ! pic.twitter.com/mGgxPeqizc— m.k.s (@SavaiyaM) September 20, 2021
मनोज मुंतशिर की कविता ‘मुझे कॉल करना’…
तुम कभी उदास हो रोने का दिल करे, मुझे कॉल करना
शायद मैं तुम्हारे आंसू न रोक पाऊं पर तुम्हारे साथ रोऊंगा ज़रूर
कभी अकेलेपन से घबरा जाओ तो मुझे कॉल करना
शायद मैं तुम्हारी घबराहट न मिटा पाऊं पर अकेलापन बांटूंगा ज़रूर
कभी दुनियां बदरंग लगे तो मुझे कॉल करना
शायद मैं पूरी दुनिया में रंग न भर पाऊं
पर ये दुआ ज़रूर करूंगा कि तुम्हारी जिन्दगी खूबसूरत हो
और कभी ऐसा हो कि तुम कॉल करो
और मेरी तरफ से जवाब ना आए
तो भाग के मेरे पास आ जाना, शायद मुझे तुम्हारी ज़रूरत हो
रॉबर्ट जे लेवरी की कविता call me…
If one day you feel like crying… call me
I don’t promise that
I will make you laugh
But I can cry with you.
If one day you want to run away
Don’t be afraid to call me.
I don’t promise to ask you to stop,
But I can run with you.
If one day you don’t want to listen to anyone
call me
i promise to be there for you
but i also promise to remain quiet
But…
If one day you call
and there is no answer…
come fast to see me..
Perhaps I need you.
Dacoit, Dacot, Oh Glorified Dacoit, Where art thou¿ #ManojMuntashir ji gaane to khud hi likhte ho na ya wo bhi copy paste pic.twitter.com/2UwzulfmE3
— Sandor Clegane (@its4ll4boutME) September 21, 2021