पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। इस दौरान टीएमसी नेता और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल भी मौजूद थे। मुलाकात के बाद ममता बनर्जी और शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बातचीत के बारे में बताया। शरद पवार ने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ एकजुट होना होगा। सीधी बात है कि जो भी बीजेपी के खिलाफ हैं, वो आएंगे तो हम उनका स्वागत करेंगे।
Pleased to meet Hon'ble CM of West Bengal Smt @MamataOfficial at my Mumbai residence. We Discussed various issues. We agreed upon the need to strengthen the collective efforts and commitment towards safeguarding democratic values and ensuring the betterment of our people. pic.twitter.com/ryrVH2hD6N
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) December 1, 2021
एक वैकल्पिक ताकत बननी चाहिए
वहीं टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा कि देश में फासिज्म चल रहा है। इसलिए एक वैकल्पिक ताकत बननी चाहिए। अकेले रहने से नहीं होगा। उन्होंने कांग्रेस की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अगर कोई लड़ते नहीं हैं तो हम क्या करेंगे? वैकल्पिक ताकत की बात होनी चाहिए। यूपीए क्या? अभी यूपीए नहीं है।
पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र का पुराना नाता रहा
शरद पवार ने कहा कि पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र का एक पुराना नाता रहा है। दोनों राज्यों में कई तरह की समानताएं हैं। आज मेरे साथ ममता बनर्जी ने देश के राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा की। हमने इस मुद्दे पर भी चर्चा की कि समान विचारधारा वाली पार्टियों को एक साथ बीजेपी के खिलाफ आने की जरूरत है। हम लोगों के बीच में काफी अच्छी चर्चा हुई है।
हमारी ममता बनर्जी के साथ बातचीत हुई। आज की स्थिति में राष्ट्रीय स्तर पर समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ आना चाहिए और सामूहिक नेतृत्व के लिए एक मजबूत विकल्प तैयार करना चाहिए। हम 2024 के आम चुनाव के बारे में भी सोच रहे हैं:राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार, मुंबई pic.twitter.com/P6tGuujAPB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 1, 2021
समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ आना चाहिए
शरद पवार ने कहा, ‘हमारी ममता बनर्जी के साथ बातचीत हुई। आज की स्थिति में राष्ट्रीय स्तर पर समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ आना चाहिए और सामूहिक नेतृत्व के लिए एक मजबूत विकल्प तैयार करना चाहिए। हम 2024 के आम चुनाव के बारे में भी सोच रहे हैं।’
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