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महारानी ने चूल्हे पर सेंकी रोटियां, कुंवर साहब गांव-गांव मांग रहे वोट

चुनाव में प्रत्याशियों के साथ उनके परिजनों ने भी झोंकी ताकत

भोपाल। लोकसभा चुनाव में भाजपा भले ही प्रदेश में सभी 29 सीटें जीतने का दावा कर रही है लेकिन चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी अपनी जीत को बड़ी बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इसमें उनके घर-परिवार के लोग भी गली-गली और घर-घर फेरी लगा रहे हैं। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी कड़ी चुनौती का सामना कर रहे हैं। इसके चलते उनके परिजनों ने भी मोर्चा संभाल रखा है। परिजनों के मैदान में सक्रिय रहने से चुनाव अब काफी रोचक मोड़ पर पहुंच गए हैं। मतदाता प्रचार के इन तरीकों को देखकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। गुना संसदीय क्षेत्र के मतदाता अजय मीणा कहते हैं कि कोई कितना भी लुभाए या भावुक होकर वोट मांगे, लेकिन हम अपना वोट बहुत ही सोच समझकर देंगे। हालांकि प्रत्याशी और उनके परिजन जन-जन तक पहुंचने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

गुना: कभी भावुक तो कभी पालथी मारकर वोट मांगे

गुना सीट पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर और चंबल संभाग में लगातार चुनावी सभाएं कर रहे हैं। ऐसे में उनकी सीट को राजकुमार महानआर्यमन और महारानी प्रियदर्शिनी राजे संभाले हैं। महारानी ने महिला मतदाताओं पर पूरा फोकस कर रखा है। उन्हें शिवपुरी के पिछोर विधानसभा क्षेत्र के काली पहाड़ी इलाके में मौजूद एक गांव में चूल्हे पर रोटियां तक सेंकना पड़ीं।

विदिशा:20 साल बाद मामा मैदान में, परिवार का डेरा

विदिशा संसदीय सीट पर भाजपा ने शिवराज सिंह चौहान को 20 साल बाद चुनाव मैदान में उतारा है। यहां से कांग्रेस ने पूर्व सांसद प्रतापभानु शर्मा को उतारा है। भाजपा इस सीट को आसान मान रही है लेकिन जीत का अंतर बढ़ाने के लिए शिवराज के पुत्र कार्तिकेय और पत्नी साधना सिंह ने मोर्चा संभाल रखा है। कार्तिकेय हर दिन क्षेत्र में छोटी-छोटी सभाएं कर रहे हैं।

राजगढ़: पौत्र व विधायक बेटे ने संभाला मोर्चा

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह अपने गढ़ में तीन दशक बाद उतरे हैं। यहां से भाजपा के रोडमल नागर सांसद हैं। उन्होंने पिछले चुनाव में 65% से ज्यादा वोट लिए थे। कड़ी टक्कर को देखते हुए विधायक पुत्र जयवर्द्धन सिंह और दस साल के पौत्र सहस्त्रजय सिंह मोर्चा संभाले हैं। सिंह की पत्नी अमृता राव लगातार सक्रिय हैं। वहीं भाई लक्ष्मण सिंह के सोशल मीडिया पर कटाक्ष भरे संदेशों से भ्रम की स्थिति है।

रतलाम: इनके पति, उनके बेटे की प्रतिष्ठा दांव पर

रतलाम संसदीय सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया और भाजपा से अनिता चौहान आमने सामने हैं। कांतिलाल के विधायक पुत्र विक्रांत भूरिया दिन-रात एक किए हैं। उन्होंने युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का पद भी छोड़ दिया है। उधर, भाजपा से अनिता चौहान के लिए मंत्री पति नागर सिंह चौहान की नींद उड़ी है। मंत्री नागर सिंह लगातार चुनाव क्षेत्र में सक्रिय हैं।

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