
शिवपुरी। मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से एक 5 वर्षीय नर बाघ को गुरुवार तड़के शिवपुरी के माधव टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया। इस नए बाघ के आगमन से अब टाइगर रिजर्व में कुल बाघों की संख्या सात हो गई है, जिसमें तीन बाघिन, दो बाघ और दो शावक शामिल हैं।
बांधवगढ़ से रेस्क्यू कर लाया गया बाघ
माधव टाइगर रिजर्व की संचालक डीएफओ प्रियांशी सिंह ने बताया दी कि इस बाघ को बुधवार को बांधवगढ़ में रेस्क्यू किया गया था और गुरुवार सुबह 5:00 बजे उसे माधव टाइगर रिजर्व में छोड़ दिया गया। इस बाघ की उम्र 5 साल है और इसे पहले बांधवगढ़ में ‘तांडव’ के नाम से जाना जाता था। इसे टाइगर रिजर्व में कोड वर्ड ‘एमटी-5’ दिया गया है। यह बाघ अपनी टेरिटरी को लेकर अन्य बाघों से संघर्षशील रहता था।
पर्यटकों के लिए आकर्षण बढ़ेगा
डीएफओ प्रियांशी सिंह ने बताया कि अब टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों के लिए बाघों को देखना अधिक आसान होगा। यहां पर्यटकों के लिए गाड़ियों और गाइड की समुचित व्यवस्था पहले से ही उपलब्ध है। इसके साथ ही, टाइगर रिजर्व के सेलिंग क्लब क्षेत्र और अंदर की पुरानी इमारतों को नया स्वरूप देने और उनके संरक्षण हेतु एक योजना बनाई जा रही है।
नवरात्रि मेले के दौरान बाघ छोड़ने पर उठे सवाल
दरअसल, माधव टाइगर रिजर्व के अंदर ही स्थित ‘बलारी माता मंदिर’ में चैत्र नवरात्रि के दौरान तीन दिवसीय मेले का आयोजन आज से शुरू हो रहा है। इस मेले में हर साल लाखों श्रद्धालु वाहनों और पैदल चलकर पहुंचते हैं। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि नवरात्रि के दौरान पार्क में एक नए नर बाघ को छोड़ना सुरक्षा के लिहाज से कितना सही है? प्रशासन इस मुद्दे पर सतर्कता बरत रहा है और बाघों की सतत निगरानी की जा रही है।