
प्रयागराज। महाकुंभ का आज 18वां दिन है। 13 जनवरी से अब तक 27.58 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। इसी बीच मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर प्रयागराज महाकुंभ में बुधवार को हुई भगदड़ के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए पांच बड़े बदलाव किए हैं। पूरा मेला क्षेत्र नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है, अब शहर में किसी भी गाड़ी की एंट्री नहीं होगी। साथ ही सभी रास्तों को वन-वे कर दिया है, मेले में आने-जाने के रास्ते अलग कर दिए गए हैं। इसके अलावा VVIP पास भी रद्द कर दिए गए हैं, यह नियम 4 फरवरी तक लागू रहेंगे।
2019 में कुंभ में तैनात रहे दो अफसरों बुलाया गया
मौनी अमावस्या पर मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात को भगदड़ मच गई थी। जिसमें प्रयागराज प्रशासन ने 30 लोगों की मौत की पुष्टि की है। जिनके परिवार वालों के लिए सीएम योगी ने 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया है। वहीं, 60 घायल हुए हैं। वहीं सरकार ने व्यवस्थाओं को और बेहतर करने के लिए 2019 में कुंभ में तैनात रहे दो अफसरों- IAS आशीष गोयल और भानु गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज बुलाया है।
सुप्रीम कोर्ट में भगदड़ को लेकर जनहित याचिका दायर की गई है। जिसमें यूपी सरकार से स्टेटस रिपोर्ट और जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की मांग की गई है। धार्मिक आयोजनों में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए ठोस व्यवस्था बनाए जाने की मांग की गई है।
महाकुंभ मेले में 5 बड़े बदलाव
- मेला क्षेत्र पूरी तरह नो-व्हीकल जोन : सभी प्रकार के वाहनों का मेला क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा।
- मेला प्रशासन की ओर से VVIP पास रद्द : किसी भी विशेष पास के जरिए वाहन को प्रवेश नहीं मिलेगा।
- मेला क्षेत्र में रास्ते किए गए वन-वे : श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए एक तरफा मार्ग व्यवस्था लागू की गई है। जिसके तहत श्रद्धालुओं को एक मार्ग से एंट्री मिलेगी और वो दूसरे रास्ते से बाहर आ सकेंगे।
- वाहनों की एंट्री पर रोक : प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है।
- 4 फरवरी तक सख्त प्रतिबंध : बसंत पंचमी का स्नान संपन्न होने तक सख्त प्रतिबंध लागू रहेंगे> शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक रहेगी।
महाकुंभ अमृत स्नान तिथियां
- मकर संक्रांति – 14 जनवरी 2025 के दिन पहला अमृत स्नान हो चुका।
- मौनी अमावस्या – 29 जनवरी 2025 के दिन दूसरा अमृत स्नान होगा।
- बसंत पंचमी – 3 फरवरी 2025 के दिन तीसरा अमृत स्नान होगा।
- माघ पूर्णिमा – 12 फरवरी 2025 के दिन चौथा अमृत स्नान होगा।
- महाशिवरात्रि – 26 फरवरी 2025 के दिन आखिरी अमृत स्नान होगा।